किसी ने सही कहा है अगर खुद पर भरोसा, कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने का जुनून सर पर सवार हो तो कोई क्या कुछ नहीं कर सकता.
चार्टर्ड अकाउंटेंट यानी CA की परीक्षा पास करना जितना मुश्किल है उससे भी कई ज्यादा मुश्किल है इस परीक्षा में टॉप करना. इस साल कोटा के रहने वाले शादाब हुसैन ने सीए फाइनल (ओल्ड सेलेबस) में ऑल इंडिया टॉप कर पहली रैंक हासिल की है. आइए जानते हैं उनके बारे में और परीक्षा में टॉप करने की क्या थी उनकी स्ट्रेटजी.
23 जनवरी शाम 6 बजे द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट (ICAI) ने सीए परीक्षा 2018 के फाइनल परिणाम जारी किए जिसमें शादाब हुसैन ने टॉप किया है. शादाब ने सीए फाइनल (ओल्ड सेलेबस) में ऑल इंडिया में पहला स्थान हासिल किया है. शादाबा ने 74.63 प्रतिशत अंकों के साथ टॉप किया है. उन्हें 800 में से 597 अंक प्राप्त हुए हैं. वहीं फाइनल न्यू परीक्षा में राजस्थान के सिद्धांत भंडारी टॉप किया है जहां उन्होंने 800 में 555 अंक हासिल किए हैं. (शादाब हुसैन की मार्कशीट)
शादाब हुसैन ने कोटा विश्वविद्यालय से बी.कॉम की डिग्री हासिल की है. उनके पिता एक दर्जी हैं और कक्षा 10 तक पढ़े हैं. उनकी मां ने बीच में अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी. शादाब की चार बहनें और अपने परिवार में वह अकेला बेटा है. भले ही उनके माता- पिता कम पढ़े लिखे हैं पर उन्होंने शादाब को एक बेहतर शिक्षा दी.
इंडियन एक्सप्रैस को दिए इंटरव्यू में शादाब ने बताया कि 'मैंने दिन रात पढ़ाई की ताकि मुझे एक अच्छी नौकरी मिल सके. मैं चाहता हूं मेरे माता- पिता को बुढ़ापे में किसी भी तरह की परेशानी ने उठानी पड़े'. जिसके बाद मैंने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनने का फैसला किया.
इस पर विचार और रिसर्च करने के बाद मैंने सीए बनने का मन बना लिया था. और फिर मेहनत शुरू कर दी.
23 साल के शादाब दिन में 13-14 घंटे पूरे फोकस के साथ पढ़ाई करते थे. ताकि परीक्षा में अच्छा स्कोर कर सके. उन्होंने बताया ऑल इंडिया में सीए फाइनल (ओल्ड सेलेबस) में पहली रैंक आने से मेरा परिवार काफी खुश है. ये मेरे और मेरे परिवार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने बताया विश्वास था कि मुझे मैं एक अच्छी रैंक हासिल करूंगा, क्योंकि मैंने इंटीग्रेटेड प्रोफेशनल कॉम्पिटेंस कोर्स (IPCC) परीक्षा में भी टॉप किया था.
ऐसे की परीक्षा की तैयारी: शादाब ने बताया कि पढ़ाई करते समय और किसी विषय पर पूरा ध्यान देते समय दिमाग को पूरी तरह शांत रखा फिर पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगाया.
उन्होंने बताया कि सीए परीक्षा को पास करने का एक यही तरीका सबसे बेस्ट है. उन्होंने कहा ऐसा बिल्कुल नहीं है कि मैं लगातार पढ़ाई करता था.
तीन घंटे पढ़ाई करने के बाद 30-40 मिनट का ब्रेक लेता था. इसी के साथ मैं हर रोज 2-3 किलोमीटर पैदल चलता था, ताकि मुझे पढ़ाई को लेकर तनाव महसूस न हो. उन्होंने बताया जैसे- जैसे परीक्षा पास आती रही, मैंने पढ़ाई के लिए देने वाले ज्यादा घंटों को कम कर दिया. और अपना दिमाग शांत रखा.
अपनी परीक्षा की रणनीति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने पेपर पढ़ा और उन तीन-चार प्रश्नों को हल किया जिससे मुझे 40 नंबर प्राप्त करने में मदद मिली और एक घंटे में उन्हें हल करने की कोशिश की. इस प्रकार, मैंने बाकी दो घंटे अधिक नंबर स्कोर वाले सवाल हल किए. ताकि मेरे कुल अच्छे आए.
शादाब ने उन छात्रों को सलाह दी है सीए परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं उन्होंने कहा- 'मैं सभी को सलाह देता हूं कि कम से कम आधे घंटे का समय हर किसी के पास खुद के लिए हो. ताकि वह अपने बारे में और अपने दिन के बारे में सोचें कि पूरा कैसे बिताया जाना है. ऐसा करने से आप आसानी से टाइम मैनेज कर सकते हैं, जिसका नतीजा आपको भविष्य में मिलेगा'. शादाब अपने खाली समय में बैडमिंटन और क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं. वहीं उन्होंने बताया कि सीए फाइनल परीक्षा में सभी सात विषयों में से सबसे आसान ऑडिट विषय है. कोटा के रहने वाला शादाब को ऑडिटिंग में रुचि है. सीए फाइल में करने बाद उनका पूरा फोकस अपने करियर पर है.
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