Advertisement

एजुकेशन

जंग को तैयार INS अरिहंत, 3500KM दूर से कर देगी दुश्मन को खत्म

मोहित पारीक
  • 06 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:20 AM IST
  • 1/8

देश की पहली परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत ने अपना पहला गश्ती अभियान पूरा कर लिया है. इस मौके पर पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर इसे देश को धनतेरस का उपहार करार दिया है और इसे बड़ी उपलब्धि बताया. ऐसे में जानते हैं आखिर इस पनडुब्बी में क्या खास है...

  • 2/8

पीएम मोदी ने अरिहंत का अर्थ बताते हुए कहा, 'अरिहंत का अर्थ है, दुश्मन को खत्म कर देना.' साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आईएनएस अरिहंत देश के सवा सौ करोड़ लोगों के लिए सुरक्षा की गारंटी जैसा है. यह भारत के दुश्मनों और शांति के दुश्मनों के लिए ओपन चैलेंज है कि अब वो कोई दुस्साहस दिखाने की कोशिश न करें.

  • 3/8

भारत लंबे समय से इस पनडुब्बी का इंतजार कर रहा था और नेवी के बेड़े में यह शामिल होने से नेवी की ताकत काफी बढ़ गई है. 6 हजार टन की आईएनएस अरिहंत ऐसे इलाकों में तैनात किया जाएगा, जहां से दुश्मन परमाणु हमला करने की धमकी देता है.

Advertisement
  • 4/8

वैसे तो इसको मंजूरी 1970 में दे दी गई थी और उसके बाद प्लान तैयार हुआ, लेकिन कई कारणों की वजह से समुद्र में नहीं उतर पाई थी. कुछ साल पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने साल 2009 में अरिहंत को लॉन्च किया था और साल 2011 में इसे कमीशन किया जाना था, लेकिन कई कारणों से इसमें देरी हुई.

  • 5/8

यह एटमी हथियारों से लैस पनडुब्बी काफी महत्वपूर्ण हथियार है. यह पनडुब्बी समुद्र के किसी भी कोने से शहर को बर्बाद करने की क्षमता वाली मिसाइल छोड़ सकती है. साथ ही, इसकी काफी जल्दी डिटेक्ट भी नहीं किया जा सकता. साथ ही परमाणु रिएक्टर से मिली एनर्जी से चलने वाली दूसरी खूबियों के कारण लंबे समय तक गहरे पानी के भीतर भी रह सकती है.

  • 6/8

आईएनएस अरिहंत में 750 किमी और 3500 किमी क्षमता वाली मिसाइलें हैं. हालांकि इस मामले में भारत से आगे अमेरिका, रूस और चीन है, जिनके पास 5000 किलोमीटर से ज्यादा दूर तक वार करने वाली मिसाइल हैं.

Advertisement
  • 7/8

पहले किए गए परमाणु हमले में दुश्मन आपकी न्यूक्लियर मिसाइलों और परमाणु हमला करने में सक्षम एयरक्राफ्ट्स को निशाना बना सकता है. ऐसे में पानी के नीचे महीनों तक बिना किसी की नजर में आए परमाणु हमले की क्षमता वाली पनडुब्बी से जवाबी न्यूक्लियर स्ट्राइक में रोल बेहद अहम और प्रभावशाली हो जाता है.

  • 8/8

भारत आईएएनएस अरिहंत जैसी 6 परमाणु पनडुब्बी बनाना चाहता है, जिन पर 90 हजार करोड़ खर्च का अनुमान है. (सभी फोटो प्रतीकात्मक हैं.)

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement