शासन के निर्देश पर यूपी बोर्ड ने छात्रों के रोजगार के लिए नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की थी. जिससे छात्र नए रोज़गार की तरफ कदम बढ़ा सकें लेकिन हैरानी की बात है कि यूपी बोर्ड में चार नए रोज़गार केंद्रित पाठ्यक्रमों में एक छात्र भी शामिल नहीं हुआ.
गौरतलब है कि तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या और उनकी आवश्यकताओं को देखते हुए यूपी बोर्ड ने कौशल विकास के तहत सोलर सिस्टम रिपेयरिंग, प्लंबर, आपदा प्रबंधन और इलेक्ट्रीशियन का कोर्स शुरू किया था, जिससे दसवीं और बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद युवा सीधे रोज़गार से जुड़ सकें. कह सकते हैं कि छात्रों को इसकी जानकारी नहीं थी या इन कोर्सों को लेकर छात्रों ने अरुचि दिखाई, इस कारण इन कोर्सों में एक भी छात्र ने पंजीकरण नहीं कराया.
पाठ्यक्रमों की बात करें तो 10वीं की परीक्षा 2023 के लिए हेल्थकेयर में 4, ऑटोमोबाइल में 8 ,रिटेल ट्रेंडिंग में 19, मोबाइल रिपेयरिंग में 22 और आईटी में 38 छात्र हैं. वहीं, 12वीं की बात करें तो सेक्रेटेरिएट एंड इंग्लिश टाइपिंग में 18 ,मधुमक्खी पालन में 19, एंब्रॉयडरी में 20 ,डेरी टेक्नोलॉजी में 24, रेशम कीट पालन में 52, कोऑपरेटिव में 53, सीड प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी में 155, प्रिंटिंग में 240, लॉन्ड्री ड्राई मे 378 ,प्लांट नर्सरी में 460 ,टैक्सटाइल डिजाइन 485, बैंकिंग में 596 ,कुकरी में 862 ,बेकरी एवं कन्फेक्शनरी में 924 ,और वीविंग टेक्नोलॉजी में 932 परीक्षार्थी हैं.
आपको बता दें की प्रदेशभर की हाईस्कूल की इस परीक्षा में 13016485 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं. जबकि 12वीं में 2750 913 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं. इन पाठ्यक्रमों को पढ़ाने के लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों को रखा जाता है ,जिन्हें 15 हज़ार मानदेय देने की व्यवस्था है.
पंकज श्रीवास्तव