NEET Paper Leak मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को बड़ी सफलता मिली है. ईओयू ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए हैं, जिनके बारे में संदेह है कि ये चेक पेपर सॉल्व कराने वाले माफिया के लिए जारी किए गए थे. इससे पहले नीट एग्जाम से ठीक एक दिन पहले यानी 4 मई को कथित लीक हुए पेपर की मांग करने वाले प्रत्येक उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग कर रहे थे.
नीट पेपर लीक जांच में 6 पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, 13 लोग गिरफ्तार
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया, "जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, जो अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे." उन्होंने कहा कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. डीआईजी ने कहा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सभी आरोपी बिहार के हैं.
नीट परीक्षा से एक दिन पहले 'सेफ हाउस' में रटवाए जा रहे थे उत्तर
उन्होंने कहा कि ईओयू ने जांच में शामिल होने के लिए 9 उम्मीदवारों (बिहार से सात और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक) को नोटिस भी जारी किया है. सूत्रों के अनुसार, यह संदेह है कि इन 9 उम्मीदवारों के साथ-साथ बिहार के चार अन्य परीक्षार्थियों को, जिन्हें पहले ही EOU द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है, ने 5 मई को परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले पटना के पास एक 'सेफ हाउस' में परीक्षा के प्रश्नपत्र और उत्तर प्राप्त किए थे.
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NEET-UG 2024 का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था. परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया, कई छात्रों ने विसंगतियों का आरोप लगाया. कथित पेपर लीक और परीक्षा की अखंडता को लेकर चिंताओं के कारण उम्मीदवारों के एक समूह ने नए सिरे से परीक्षा की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
30 लाख से अधिक लगाई थी नीट पेपर की कीमत
पूछताछ के दौरान, उम्मीदवारों ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने वालों को प्रत्येक उम्मीदवार के लिए 30 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया था. उन्होंने कहा, "लेन-देन के सबूत भी मिले हैं और जांच के दौरान छह पोस्ट-डेटेड चेक भी बरामद किए गए हैं. ईओयू के अधिकारियों ने सेफ हाउस से आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र भी बरामद किए हैं. डीआईजी ने कहा, "हमने एनटीए से रेफरेंस के लिए क्वेश्चन पेपर मांगे हैं. अभी तक उसका इसका जवाब नहीं दिया है. एनटीए से संदर्भ प्रश्न पत्र मिलने के बाद हम जले हुए प्रश्न पत्र को जांच के लिए उचित फोरेंसिक लैब में भेज देंगे."
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35 उम्मीदवारों को एक दिन पहले मिल गया था पेपर
ईओयू के सूत्रों ने आगे कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि 5 मई की परीक्षा से पहले लगभग 35 उम्मीदवारों को नीट-यूजी के क्वेश्चन पेपर और उनके उत्तर उपलब्ध कराए गए थे. बिहार के विभिन्न स्थानों से उम्मीदवारों को पटना के रामकृष्ण नगर में किराए के घर पर लाया गया, जहां उन्हें प्रश्न पत्र और उत्तर उपलब्ध कराए गए. सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने किराए के घर की तलाशी ली और मोबाइल फोन, एडमिट कार्ड और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए.
बता दें कि नीट-यूजी परीक्षा एनटीए द्वारा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) 2024 का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर 24 लाख से अधिक उम्मीदवारों के लिए किया गया था.
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