जोधपुर की जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी (JNVU) की एमए हिंदी सेकंड सेमेस्टर परीक्षा में नकल के आरोपों पर बवाल मच गया. एबीवीपी की प्रांत मंत्री पूनम भाटी का नाम इसमें उछाला गया, लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर साफ खंडन किया है कि उनकी कोई भूमिका नहीं है. वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी स्पष्ट कर दिया कि पूनम भाटी के पास कोई अनुचित सामग्री नहीं मिली और सिर्फ 'आपस में बातचीत' का मामला दर्ज हुआ है. इधर, NSUI ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन दबाव में है.
दरअसल, जोधपुर की जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) में 29 सितंबर को MA हिंदी सेकंड सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की गई. इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की प्रांत मंत्री पूनम भाटी पर नकल के आरोप लगे थे. दरअसल, एग्जाम हॉल में तैनात टीचर ने उन्हें आपस में बातचीत करते पाया था, जिसके बाद पूनम भाटी समेत एक और छात्र को परीक्षा कंट्रोल रूम भेजा गया. उसी समय फ्लाइंग टीम के अधिकारी भी स्थल पर पहुंचे थे.
यूनिवर्सिटी ने क्या कहा...
विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियमों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई शुरू की. अब इस पूरे मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन का बयान आया है. परीक्षा केंद्र की अधीक्षक सुशीला शक्तावत ने साफ किया कि एक केस में संगीत विषय के छात्र के पास मोबाइल मिला, जिसके स्क्रीनशॉट समेत सामग्री गोपनीय शाखा को भेजी गई. दूसरे केस में हिंदी विषय की परीक्षा दे रही एक छात्रा के 'आपस में बातचीत' करने की शिकायत मिली. जांच हुई तो उसके पास कोई अनुचित सामग्री नहीं मिली. इसलिए सिर्फ 'आपस में बातचीत' का मामला दर्ज कर गोपनीय शाखा को भेजा गया. यूनिवर्सिटी के मुताबिक, पूनम भाटी के पास मोबाइल या नकल की कोई सामग्री नहीं मिली.
पूनम भाटी ने सफाई में क्या बताया...
पूनम भाटी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उनका नाम बेवजह उछाला गया है. उन्होंने परीक्षा पारदर्शी ढंग से दी और नकल में कोई भूमिका नहीं है. यह सब महिला विरोधी मानसिकता और सुनियोजित तरीके से उनकी छवि खराब करने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि संगठन पर उन्हें पूरा भरोसा है और वे किसी भी अन्याय के खिलाफ डटकर खड़ी रहेंगी. एबीवीपी ने भी रात 9 बजे पूनम का वीडियो साझा किया जिसमें वे कह रही हैं कि वे किसी कदाचार में शामिल नहीं हैं और यह आरोप महिला विरोधी मानसिकता का नतीजा है.
NSUI कर रहा विरोध
इस घटनाक्रम के बाद NSUI पदाधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से एबीवीपी से मांग की है कि इस प्रकार की जिम्मेदारी निभा रहे व्यक्ति को तत्काल हटाया जाए. एनएसयूआई जोधपुर के जिला अध्यक्ष डॉ. बबलू सोलंकी ने सोशल मीडिया पर पूनम भाटी को तुरंत पद से हटाने की मांग की है. एनएसयूआई जिला अध्यक्ष डॉ. बबलू सोलंकी ने जेएनवीयू के केंद्रीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और कुलगुरु को ज्ञापन सौंपा. एनएसयूआई ने परीक्षा केंद्र अधीक्षक पर भी नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की.
हनुमान बेनीवाल ने उठाए सवाल
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस मुद्दे को उठाया और कहा- पहले एमबीएम यूनिवर्सिटी में विधि मंत्री जोगाराम पटेल की पौत्री नकल करते पकड़ी गई थीं. अब एबीवीपी की प्रांत मंत्री का नाम सामने आ रहा है. बीजेपी सत्ता के दम पर मामलों को दबा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से पूछा कि इस मामले में पार्टी का रुख क्या होगा.
एबीवीपी की क्या प्रतिक्रिया...
इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जोधपुर प्रांत के कार्यालय मंत्री रमेश गोदारा ने बताया था कि घटना के संबंध में छात्रा कार्यकर्ता से स्पष्टीकरण मांगा गया है. प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति से आंतरिक समिति इस मामले की जांच करेगी.
पूनम भाटी की नियुक्ति जनवरी 2025 में एबीवीपी के प्रांत मंत्री पद पर हुई थी. पूनम जैसलमेर जिले की निवासी हैं. साल 2024 में उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया था. मौजूदा विवाद के बाद उनके सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में किए गए कार्यों पर भी चर्चा शुरू हुई है.
अशोक शर्मा