स्कूल से अतिक्रमण हटाने पहुंची NHAI की टीम, शिक्षिका ने आग लगाकर किया आत्मदाह

बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड में एक दुखद घटना घटी है. यहां पर एक स्कूल की शिक्षिका ने अपने स्कूल की खातिर जान स्वाहा कर दी. यह घटना पेटरवार प्रखंड के दारिद गांव में हुई.

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आदिवासी स्कूल में छात्रा ने किया आत्मदाह. (Representational image) आदिवासी स्कूल में छात्रा ने किया आत्मदाह. (Representational image)

सत्यजीत कुमार

  • रांची,
  • 13 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

झारखंड के बोकारो जिले में जब NHAI की टीम स्कूल से अतिक्रमण हटाने पहुंची तो प्रशासन के सामने एक बुजुर्ग शिक्षिका ने दरवाजा बंद करके आत्मदाह कर लिया. जानकारी के मुताबिक, भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे रांची बोकारो सड़क निर्माण कार्य को लेकर टीम अतिक्रमण हटाने गई थी. प्रशासन के सामने बुजुर्ग महिला ने दरवाजा बंद कर खुद को आग के हवाले कर लिया. पुलिस ने मौके पर मौजूद और लोगों की मदद से किसी तरह से उसे दरवाजा तोड़ बाहर निकाला. इसके बाद बिना अतिक्रमण खाली कराए टीम वापस लौट गई.

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यह मामला जिले पेटरवार थाना क्षेत्र के दारीद पंचायत का है. यहां आनंद मार्ग के द्वारा एक स्कूल संचालित किया जा रहा है संस्थान से जुड़ी साध्वी स्कूल की देखरेख करती थीं. भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए रांची बोकारो फोरलेन सड़क निर्माण के लिए उस जमीन को चिन्हित किया गया है. भू अर्जन विभाग के द्वारा उक्त जमीन के लिए 4 करोड़ रूपए की मुआवजा राशि भी आवंटित की गई है, लेकिन संस्था और जमीन कब्जेदार के बीच हो रहे विवाद के कारण अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिल सकी और सड़क निर्माण भी अधर में लटका हुआ है. 

90 प्रतिशत जल चुकी थी शिक्षिका

NHAI की टीम आज स्थानीय प्रशासन को लेकर संबंधित कब्जेदार को समझाने गई थी, उसी दौरान एक महिला ने घर के अंदर खुद को आग के हवाले कर दिया. इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और लोगों के होश उड़ गए. कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई गई. 90 प्रतिशत जल चुकी महिला को आनन फानन में पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना के बाद बेरमो एसडीएम अशोक कुमार और थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

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लम्बे समय से चल रही दो गुटों में लड़ाई

बेरमो एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण में मुआवजा राशि देने के लिए प्रशासन दो सालों से कोशिश कर रही है, लेकिन दो गुटों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में अब तक उलझा हुआ है. आज प्रशासन और एनएचएआई की टीम मामला को सुलझाने के लिए गई थी जो भी आरोप लगाया जा रहा है वो बिल्कुल निराधार है. दबाव बनाने के लिए महिला ने आग लगाई थी. इसकी जांच की जा रही है.

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