भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद द्वारा पीएचडी के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है. आईआईएम अहमदाबाद पहली बार पीएचडी में प्रवेश के लिए आरक्षण नीति को लागू करने जा रहा है, जिसके तहत ओबीसी, एससी, एसटी और विकलांग उम्मीदवारों को पीएचडी के कोर्स में प्रवेश दिया जाएगा.
इन जातियों के लिए लागू होगा कोटा
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (IIMA) ने घोषणा की है कि वह "सरकारी दिशा-निर्देशों" के अनुसार 2025 से पीएचडी प्रवेश में आरक्षण लागू करेंगे. प्रीमियर बिजनेस स्कूल की ओर से इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई कि कोटा प्रणाली कैसे लागू की जाएगी. IIMA ने पिछले साल गुजरात उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि वह 2025 से डॉक्टरेट कार्यक्रमों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के साथ-साथ विकलांग उम्मीदवारों के लिए आरक्षण लागू कर सकता है.
साल 2021 में दर्ज हुई थी जनहित याचिका
बता दें की आईआईएम अहमदाबाद में पीएचडी में प्रवेश मामले में आरक्षण नीति नहीं लागू किए जाने को लेकर साल 2021 में गुजरात हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की गई थी. जिसके बाद आईआईएम अहमदाबाद की तरफ से पीएचडी में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर हाईकोर्ट को जानकारी दी गई थी. हलफनामा पेश कर आईआईएम अहमदाबाद ने कहा था कि, पीएचडी के अभ्यास में प्रवेश के लिए आरक्षण नीति को लागू करने के लिए आंतरिक कमिटी का गठन करके साल 2025 से पीएचडी के प्रवेश प्रक्रिया में आरक्षण नीति को लागू किया जाएगा.
आईआईएमए की वेबसाइट पर पोस्ट की गई 'पीएचडी प्रवेश 2025' की घोषणा में बताया गया है कि "प्रवेश के दौरान आरक्षण के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देशों का पालन किया जाता है". अगले साल तक संस्थान में कोटा शुरू कर दिए जाएंगे. आईआईएम के मीडिया विभाग के एक प्रतिनिधि ने पुष्टि की कि इस महीने प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रवेश घोषणा में आरक्षण के बारे में इसी तरह का उल्लेख था. डॉक्टोरल कार्यक्रम के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 जनवरी 2025 है और साक्षात्कार अगले साल मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है.
आईआईएम अहमदाबाद द्वारा पीएचडी में अभ्यास के लिए 19 सितंबर से एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन जारी किए गए है. जिसमें एप्लीकेशन फीस 500 रुपये तय की गई है लेकिन रिजर्व उम्मीदवारों के लिए एप्लीकेशन फीस 250 रुपये रहेगी. यह पहली बार है जब आईआईएम अहमदाबाद पीएचडी के कोर्स में आरक्षण नीति के तहत उम्मीदवारों को प्रवेश देगा, इससे पहले कभी भी आईआईएम अहमदाबाद ने पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया में आरक्षण नीति को लागू नहीं किया था.
आईआईएम अहमदाबाद से अब तक कुल 471 डॉक्टरेट छात्र डॉक्टरेट कार्यक्रम से स्नातक हो चुके हैं. साल 2025 के लिए आईआईएम अहमदाबाद ने उम्मीदवारों से पीएचडी में प्रवेश के लिए 20 जनवरी 2025 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे है. आईआईएम अहमदाबाद ने उम्मीदवार से अर्थशास्त्र, फाइनेंस एंड एकाउंटिंग, फूड एंड एग्रिबिजनेस, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, इनफार्मेशन सिस्टम, इनोवेशन एंड मैनेजमेंट इन एजुकेशन, मार्केटिंग, ऑपरेशन एंड डिसीज़न साइंसेज, ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर, पब्लिक सिस्टम और स्ट्रेटेजी में पीएचडी के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे है. जिसके बाद मार्च और अप्रैल 2025 में इंटरव्यू प्रक्रिया के माध्यम से शरतों का पालन कर उम्मीदवारों को प्रवेश दिए जाएंगे.
अतुल तिवारी