Delhi School Closed: नॉर्थ दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल साइट के पास कूड़ा बीनने वालों के वंचित बच्चों के लिए बने ज्ञान सरोवर स्कूल को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है. क्षेत्र में भीषण आग लगने के बाद इलाका बीते 20 घंटे से धुंऐ में घिरा है. स्कूल चलाने वाले दीप्ति फाउंडेशन के निदेशक फादर संतोष ने एजेंसी को बताया कि धुएं की मोटी परत ने इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे बच्चों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा, "क्षेत्र में खतरनाक धुएं की एक मोटी परत है, जिससे बच्चों के लिए सांस लेना मुश्किल हो जाता है और पूरे इलाके में विजिबिलिटी कम है. इसके चलते स्कूल को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है."
लैंडफिल साइट पर लगी आग
मंगलवार को लैंडफिल साइट पर आग लग गई थी. दमकल विभाग को शाम करीब छह बजे आग लगने की सूचना मिली जिसके बाद दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं. बाद में, तीन और दमकल गाड़ियों को काम पर लगाया गया. दमकल अधिकारियों के मुताबिक अभी भी आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है.
पर्यावरण मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को भलस्वा लैंडफिल में लगी आग पर 24 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था. घटना के कई वीडियो में आग को कचरे के पहाड़ को घेरते हुए, आसमान में धुएं का एक घना गुबार उठते हुए और आस-पास के इलाकों में पहले से ही प्रदूषित हवा को और बढ़ते हुए देखा जा सकता है.
एक महीने में तीसरी बार लगी आग
लैंडफिल में डंप किया गया गीला कचरा सड़ने पर मीथेन पैदा करता है. गर्म मौसम में, मीथेन अपने आप ही आग पकड़ लेता है और कपड़ा और प्लास्टिक जैसी दहनशील चीजें जलनी शुरू हो जाती हैं. यह पूछे जाने पर कि बार-बार आग लगने की स्थिति में स्कूल कैसे काम करता है, फादर संतोष ने कहा, "आमतौर पर, यह लैंडफिल के दूसरी तरफ होता है, न कि उस तरफ जहां स्कूल स्थित है. हम दूर से हवा में धुआं देखते थे. इस बार आग स्कूल की ओर लगी है."
ज्ञान सरोवर स्कूल, एक अनौपचारिक शहरी स्कूल है जो विशेष रूप से प्रमुख कचरा डंप-यार्ड के पास रहने वाले कूड़ा बीनने वालों के वंचित बच्चों के लिए बनाया गया है. इस इनीशिएटिव में बच्चों और उनके माता-पिता को आकर्षित करने और उन्हें अपनी जीवन शैली में सुधार करने के लिए शिक्षा के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित करने का विचार है.
aajtak.in