NEET UG और UGC NET पेपर लीक के बाद, देश में कई बड़ी परीक्षाओं पर भी रोक लगा दी गई थी. 23 जून को पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET PG) 2024 को भी स्थगित कर दिया गया था. राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड (National Board of Examination) की ओर से जल्द ही प्रवेश परीक्षा की नई तारीख का ऐलान अगले सप्ताह तक कर दिया जाएगा.
जल्द जारी होगी नीट पीजी की नई एग्जाम डेट
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) के अध्यक्ष अभिजात शेठ ने कहा है कि एसओपी और प्रोटोकॉल की जल्द से जल्द समीक्षा की जाएगी और परीक्षा की अगली तिथि अगले सप्ताह तक घोषित कर दी जाएगी. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हुई समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने कहा कि परीक्षा स्थगित करने से पहले स्थिति और सरकार द्वारा प्राप्त इनपुट का आकलन किया गया.
परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर कभी संदेह नहीं था: NBEMS अध्यक्ष
अभिजात शेठ ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, "जहां तक NEET PG का सवाल है, इस परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर कभी संदेह नहीं था. पिछले सात वर्षों से, हमने अब तक सफलतापूर्वक इसका आयोजन किया है. हाल की घटनाओं के कारण, ऐसा क्या हुआ है कि छात्र समुदायों में इन सभी प्रकार की परीक्षाओं को लेकर बहुत सारी चिंताएं थीं और इसके जवाब में, सरकार ने एक बार फिर यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि परीक्षा की पवित्रता और सुरक्षा को बनाए रखा जाना चाहिए." उन्होंने जल्द से जल्द एसओपी और प्रोटोकॉल की समीक्षा करने का फैसला किया है. शेठ ने कहा कि वे अगले एक सप्ताह में अगली तिथि घोषित करेंगे.
इसके अलावा, सोशल मीडिया संदेशों और धोखेबाजों के खिलाफ जारी की गई सलाह, चेतावनियों पर उन्होंने कहा, "यह सुरक्षा के लिए था, इसलिए हमने परीक्षा से पहले एसओपी प्रकाशित किए, यह सब धारणा है, सोशल मीडिया इन दिनों इतना बड़ा बन गया है कि कभी-कभी यह छात्रों को गलत संदेश देता है, और हम चाहते हैं कि छात्र सही रास्ते पर रहें." एनईबीएमएस और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के बीच बैठक के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "यह मुख्य रूप से कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए प्रक्रियाओं की समीक्षा और सरकार द्वारा प्राप्त इनपुट से संबंधित था. सरकार द्वारा परीक्षा निकाय और एनईबीएमएस के तकनीकी भागीदार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज को भी निर्देश दिए गए हैं. डॉ शेठ ने कहा, "हम निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करते हैं कि छोटी-छोटी कमियों का भी ध्यान रखा जाए."
बता दें कि इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने कहा था कि उसने परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए के कामकाज पर सिफारिशें देने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है. इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन की अगुवाई वाली 7 सदस्यीय समिति अगले दो महीनों में मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
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