लखनऊ में बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी गोरख ठाकुर उर्फ वीरेंद्र हत्याकांड मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है. दरअसल, पुलिस हत्या के आरोपी 3 शूटर्स को गिरफ्तार करके बिहार से लखनऊ लाई है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गोरख की हत्या की प्लानिंग लखनऊ के होटल में की गई. तीनों शूटर्स मुख्य साजिशकर्ता फिरदौस के साथ वहां रुके. फिर हत्या करने के बाद भी वे वहीं होटल में रुके रहे. लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पुलिस उन्हें ढूंढने बिहार चली गई. लेकिन वे लोग गोमती नगर के 1090 चौराहे के पास होटल में रुके थे. हत्या से पहले तीन में से एक आरोपी ने ही यहां बुकिंग करवाई थी. फिरदौस भी उन लोगों के साथ यहां रुका था. बता दें, यह इलाका हाई सिक्योरिटी जोन में आता है.
हत्या करके हाई सिक्योरिटी जोन इलाके में रहे आरोपी
यहां सभी मंत्रियों के आवास, एसीपी गोमती नगर का ऑफिस और यहां तक की सीएम योगी आदित्यनाथ का घर भी इसी इलाके में है. बावजूद इसके, आरोपी बेखौफ होकर यहां रह रहे थे, जबकि पुलिस उन्हें बिहार में ढूंढ रही थी. पुलिस ने तीन शूटर्स को तो गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन मुख्य साजिशकर्ता अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
बिहार से पुलिस ने किया था तीनों शूटर्स को गिरफ्तार
बता दें, जिन तीन शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनमें मंजर इकबाल, कासिफ कसान और सरफराज अहमद शामिल हैं. इन तीनों ने ही पूछताछ में सारी जानकारी पुलिस को दी. फिलहाल पुलिस मुख्य साजिशकर्ता फिरदौस, बिट्टू जायसवाल और प्रियंका की तलाश कर रही है.
क्या थी पूरी घटना?
25 जून को कैंट थाना अंतर्गत निलमथा में प्रकाश नगर में रहने वाले बिहार के मोस्ट वांटेड अपराधी वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर की 4 शूटर्स ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी. हत्या से पहले शूटर्स ने गोरख की पत्नी और बच्चों को कमरे में बंद कर दिया था. हत्या के बाद गोरख की दूसरी पत्नी खुशबुन तारा ने पहली पत्नी प्रियंका, बिट्टू जायसवाल और फिरदौस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया. हत्या की वारदात के बाद एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें 4 लोग गोरख की ओर जाते दिख रहे थे, जिसमें 2 बिहार पुलिस की वर्दी में थे.
आशीष श्रीवास्तव