केंद्र सरकार ने अमृतसर के श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को Z कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला लिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबि, ज्ञानी हरप्रीत सिंह को CRPF के जवानों का कवर मिलेगा. पंजाब सरकार ने कुछ दिन पहले ही उनकी सुरक्षा कम कर दी थी. बीते शनिवार को पंजाब सरकार की ओर से चौथी बार वीआईपी सुरक्षा में कटौती की गई थी. इसमें श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का नाम भी शामिल था.
पंजाब सरकार ने बीते शनिवार को 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा में कमी की थी. इसमें श्री अकाल तख्त के जत्थेदार समेत कई डेरों के मुखी और सिद्धू मूसेवाला का नाम शामिल था. सुरक्षा कम करने के एक दिन बाद ही पंजाबी गायक मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगा जवाब
पंजाब के 7 पूर्व विधायकों ने सुरक्षा कम करने के फैसले के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का रुख किया था. जिन 7 पूर्व विधायकों ने याचिका लगाई है, उनमें से 6 कांग्रेस के और एक अकाली दल से हैं. इसके बाद हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा था.
इन पूर्व विधायकों ने खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा
परमिंदर सिंह पिंकी, ओपी सोनी (पूर्व डिप्टी सीएम), हरमिंदर सिंह गिल, कुलबीर सिंह, देशराज डुग्गा, बलबीर सिंह सिद्धू, सुखविंदर सिंह ने हाई कोर्ट में याचिका लगाकर सुरक्षा कम करने फैसले को चुनौती दी है. याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि राज्य सरकार ने खतरे का आकलन किए बिना सुरक्षा को कम कर दिया है.
कमलजीत संधू