चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस ने सोमवार को बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने एक क्रॉस-बॉर्डर हथियार तस्करी गैंग को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है. यह गैंग सीधे पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से जुड़ा हुआ था, जो सोशल मीडिया के ज़रिये निर्देश भेजता था. पुलिस ने इस कार्रवाई के चलते छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक 16 वर्षीय नाबालिग भी शामिल है. यह मॉड्यूल पंजाब के अलग-अलग जिलों में सक्रिय अपराधियों तक हथियार पहुंचा रहा था.
छह पिस्टल बरामद
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया कि इस मॉड्यूल से कुल छह हथियार बरामद किए गए हैं. इसमें पांच .30 बोर की पिस्टल और एक 9MM PX5 पिस्टल शामिल है। बरामद हथियार इस बात का सबूत हैं कि गैंग बड़े पैमाने पर तस्करी कर रहा था। पुलिस का दावा है कि यह मॉड्यूल लंबे समय से सक्रिय था और लगातार कई अपराधियों तक हथियार पहुंचा रहा था।
पाकिस्तान से मिलते थे आदेश
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गुरबीर सिंह उर्फ सोनू, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपा, गोरका सिंह उर्फ गोरा, और राजविंदर सिंह उर्फ राजू शामिल हैं. ये सभी तरनतारण और अमृतसर के रहने वाले हैं. इसके अलावा जसपाल सिंह उर्फ जस्स और एक नाबालिग आरोपी भी पकड़ा गया है. पुलिस के अनुसार, ये सभी एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा थे और पाकिस्तान से आए निर्देशों पर काम कर रहे थे.
पाक हैंडलर भेजता था लोकेशन
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान में बैठा हैंडलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए इन आरोपियों से संपर्क करता था. वह हथियारों की डिलीवरी और पिकअप पॉइंट के कोऑर्डिनेट्स शेयर करता था. आरोपी उसी लोकेशन से कंसाइनमेंट उठाकर पंजाब में विभिन्न अपराधियों तक पहुंचाते थे. इस नेटवर्क का इस्तेमाल कई आपराधिक गतिविधियों के लिए हो रहा था.
मझा और दोआबा में सप्लाई होते थे हथियार
जांच में पता चला है कि यह गैंग पंजाब के मझा और दोआबा क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों को हथियार सप्लाई करता था. पुलिस के अनुसार, यह मॉड्यूल संगठित तरीके से काम करता था और कई मामलों में गैंगस्टरों को हथियार उपलब्ध करवाने के लिए जिम्मेदार था. पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क के पीछे कौन-कौन लोग फंडिंग कर रहे थे, इसकी जांच जारी है.
ऐसे मिली पुलिस की बड़ी कामयाबी
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के मुताबिक, इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने पहले गुरबीर और गुरप्रीत को पकड़ा था. उनके पास से दो .30 बोर की पिस्टल बरामद हुईं. इन्हीं आरोपियों से पूछताछ के दौरान पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ. इसके बाद पुलिस ने तुरंत फॉलो-अप कार्रवाई शुरू की.
ऐसे पकड़े गए अन्य आरोपी
पहले दो आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आगे छापेमारी की और गोरका, जसपाल और राजविंदर को गिरफ्तार कर लिया. गोरका और जसपाल के पास से .30 बोर की पिस्टल मिलीं, जबकि राजविंदर से 9MM PX5 पिस्टल बरामद हुई. इसके अलावा एक 16 वर्षीय नाबालिग साथी भी पकड़ा गया, जिसके पास से भी .30 बोर पिस्टल मिली.
पुराने आपराधिक मामले भी आए सामने
पुलिस की जांच में सामने आया कि गोरका और राजविंदर पहले से ही गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी हैं. इन पर NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज हैं. इसके अलावा रेप और POCSO एक्ट के मामले भी इन पर चल रहे हैं. पुलिस का मानना है कि ऐसे अपराधी हथियार मिलने पर और बड़े अपराधों की योजना बना रहे थे.
दो और सहयोगी फरार
पुलिस ने बताया कि कपूरथला जिले के दो और लोग इस हथियार नेटवर्क के मुख्य रिसीवर हैं. उनकी पहचान हो चुकी है और उन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. इस मामले में अमृतसर के कैंट थाने में आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस अब इस मॉड्यूल के फंडिंग और नेटवर्क के अन्य हिस्सों की गहराई से जांच कर रही है.
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