दो दिन बाद शादी है, लड़की का अफेयर तो नहीं...? प्राइवेट ड‍िटेक्ट‍िव के पास पहुंच रहे ऐसे इमरजेंसी केस

जमाना बदला है, वक्त बदला है, साथ में एक बदलाव बहुत चुपके से हो रहा है. वो बदलाव है जासूसी की दुनिया का नया ट्रेंड. यहां 'ड्रम'और 'सोनम' कांड के बाद लड़के की शादी से पहले लोग होने वाली बहू के अफेयर की एनक्वायरी करा रहे हैं. कई ऐसे एमरजेंसी केस भी अब पहुंचने लगे हैं जहां लोग सगाई के बाद भी अफेयर का पता लगवा रहे हैं. पढ़‍िए- इस बदलाव पर पूरी रिपोर्ट. 

Advertisement
matrimonial detective illustration by Ayushi Srivastava matrimonial detective illustration by Ayushi Srivastava

मानसी मिश्रा

  • नई दिल्ली ,
  • 25 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:41 AM IST

बेटे की परसों शादी है...हमें पहले ध्यान नहीं आया पर अब हमें ये डाउट यानी एक तरह की गट फीलिंग आ रही. कहीं लड़की का कोई अफेयर तो नहीं. प्लीज आप भी चेक करा दें...वीनस डिटेक्ट‍िव एजेंसी की डायरेक्टर आकृति खत्री कहती हैं कि मेरे पास बीते दिनों एक केस आया जिसने ये मांग रखी. मैंने उनसे कहा कि आप इतनी जल्दी पता भी लगा लेंगे तो अब तो शादी स‍िर पर है. इस पर उनका जवाब था कि कोई 'अफेयर शफेयर' हुआ मैम, तो बिल्कुल शादी नहीं करेंगे. 

Advertisement

आकृति aajtak.in से बातचीत में कहती हैं कि मेरठ के ड्रम कांड, औरैया कांड और सोनम रघुवंशी जैसे मामलों के बाद एकदम से नया चेंज देखने को मिल रहा है. दो दिन बाद हल्दी मेहंदी फंक्शन है, या एक हफ्ते में शादी है, कार्ड छपे हैं, फिर भी लोग डिटेक्ट‍िव एजेंसी से पता लगवाना चाहते हैं. वो कहती हैं कि हालांकि प्री मैट्र‍िमोनियल इनक्वायरी नया नहीं है. जब से ये मान्यता बढ़ी थी कि महिलाएं झूठे मेंटेनेंस, घरेलू हिंसा और दहेज के केस डालकर फंसा सकती हैं. लड़कियों की इनक्वायरी के मामले आते थे कि उसके पर‍िवार की रेपुटेशन, लड़की का स्वभाव और संस्कार वगैरह पता लगवाया जाता था. 

अब लड़‍क‍ियों की जासूसी का ट्रेंड बढ़ा

आकृति कहती हैं कि वहीं अब लड़कियों के बारे में यहां तक पता लगवाया जा रहा है कि वो ड्रग्स तो नहीं करती. ल‍िव इन में तो नहीं रह रही थी बाहर कहीं. ये सब हाल ही में बदला है, इससे पहले लड़कों की इनक्वायरी ज्यादा कराई जाती थी मसलन वो तलाकशुदा तो नहीं है. पहले से शादी तो नहीं कर रखी. नौकरी फेक तो नहीं है. कोई आपराध‍िक मुकदमे तो नहीं है. अब एकदम से बहुत कुछ बदल गया है. 

Advertisement

ओम साईं डिटेक्ट‍िव एजेंसी के डायरेक्टर ओम साईं कहते हैं कि 9 साल से इस फील्ड में काम कर रहा हूं. अब प्री मेर‍िटल इंक्वायरी कॉमन हो गई है. दोनों ही पक्ष अब इनक्वायरी कराते हैं, जब से एक्स्ट्रा मैर‍िटल अफेयर का रेश‍ियो बढ़ गया है. अब शादी के बाद बीवियों के अफेयर भी पता कराए जाते हैं. 

इसमें क‍ितना खर्च आता है 

इस सवाल के जवाब में ओम साईं कहते हैं कि ये खर्च 25 हजार से 35 हजार रुपये तक हो सकता है. कई बार ये खर्च 
लोकेशन पर डिपेंड करता है. इसमें 30 से 70 हजार की रेंज तक भी खर्च आ जाता है. वो बताते हैं कि माना किसी की करीबन तीन चार लोकेशन हैं, उसकी फैमिली कहीं रहती है और उनके पूर्वज कहीं और से बिलांग करते हैं. ऐसे में तीन चार लोकेशन चेक करना होता है. प्री मेट्र‍िमोनियल इन्क्वायरी में हम उन्हें सबूतों के साथ ही जानकारी देते हैं. यह बहुत प्रोफेशनल काम होता है. ड‍िटेक्ट‍िव एजेंसी वैसे तो 30-35 साल से ज्यादा चलन में हैं लेकिन अब इसमें एकदम नया ही ट्रेंड बन रहा है. 

भारत डिटेक्ट‍िव प्राइवेट लिमिटेड के संचालक सुनील कुमार बताते हैं कि आजलक लोग अफेयर की इनक्वायरी ज्यादा करते हैं. साथ ही पहले कोई डिवोर्स वगैरह तो नहीं हुआ. लड़की के पर‍िवार की रेपुटेशन किस तरह की है समाज में, ऐसे कई प्वाइंट्स पर लोग जांच कराते हैं. 

Advertisement

aajtak.in ने पहले भी प्राइवेट ड‍िटेक्ट‍िव की दुनिया के बारे में कवरेज की है. आइए यहां आपको प्राइवेट ड‍िटेक्ट‍िव के काम का तरीका, कुछ इंट्रेस्‍ट‍िंंग केसेज और जासूसी कराने में क्या चार्जेज लगते हैं...इन सबके बारे में बताते हैं. 

ये हैं जासूसी के दुन‍िया के कुछ हाल‍िया केस  

केस 1: सात शादियों वाला ‘सीरियल दूल्हा’ पकड़ा

दिल्ली की प्रांजलि के लिए अभिनव का रिश्ता आया. बेंगलुरु का सॉफ्टवेयर इंजीनियर, 40 लाख पैकेज. ‘अभिषेक डिटेक्टिव एजेंसी’ ने खुलासा किया कि अभिनव ने भोपाल, जबलपुर, प्रयागराज, दिल्ली, बेंगलुरु में 5 शादियां की थीं. छठी शादी गुना में होने वाली थी. जासूसों ने पुलिस के साथ मिलकर उसे मंडप से पकड़ा. पत्नियों ने कोर्ट में केस ठोका, मामला कई साल से चल रहा है. 

केस 2: दामाद की सच्चाई ने ससुर को चौंकाया

पायल ने बताया कि पति राहुल ने ढाई साल में 5-6 बार ही संबंध बनाए. ससुर सुनील ने ‘DDS डिटेक्टिव’ को हायर किया. जासूस संजीव ने राहुल की कार में डिवाइस लगाकर 8 दिन निगरानी की. खुलासा हुआ कि राहुल गे है और कई पुरुषों से मिलता था. फोटो और रिकॉर्डिंग्स देख सुनील गुस्से में आगबबूला हो गया. दोनों परिवारों ने तलाक तय किया, राहुल के परिवार ने 1 करोड़ लौटाए. पायल का बेटा उनके हवाले हुआ. 

केस 3: बिजनेस में जीजा-मौसा का फ्रॉड

बिजनेसमैन दीपक मल्होत्रा को बिजनेस में नुकसान हुआ. उन्होंने ‘DDS डिटेक्टिव’ के संजीव को हायर किया. जासूसों ने 8 महीने उनकी कंपनी में कर्मचारी बनकर काम किया. खुलासा हुआ कि दीपक के जीजा (CEO), मौसा (डायरेक्टर), और मामा मिलकर प्रोजेक्ट्स की डिटेल्स दुश्मनों को बेच रहे थे. फोटो और सबूतों ने दीपक को सन्न कर दिया. 

Advertisement

 मैट्रिमोनियल जासूसी: प्राइवेट डिटेक्टिव्स क्या-क्या खोदते हैं?

परिवार का कच्चा-चिट्ठा: लड़का या लड़की के परिवार की पूरी डिटेल जैसे बैकग्राउंड, रेपुटेशन, और समाज में इज्जत. 
जॉब या बिज़नेस की हकीकत: नौकरी का पैकेज, बिज़नेस की सच्चाई कि कहीं ये फर्जी तो नहीं?
क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक: कोई पुराना केस, पुलिस रिकॉर्ड, या गैरकानूनी काम में लिप्त तो नहीं?
स्वभाव और व्यवहार: दोस्तों, पड़ोसियों, और समाज में बर्ताव कैसा है, सच्चा या दिखावटी?
शादी या अफेयर का राज: पहले से शादीशुदा तो नहीं? कोई छुपा हुआ अफेयर तो नहीं चल रहा?
नशे की लत: लड़का या लड़की नशे का आदी तो नहीं है, कहीं उनमें ड्रग या शराब की आदत तो नहीं?

कैसे काम करते हैं जासूस 

  • कस्टमर से नाम-पता लेकर बहुत खामोशी से ड‍िटेक्ट‍िव अपना काम करते हैं. जासूसों की टीम केस के पहले पॉइंट्स बनाती है 
  • फिर 24/7 नजर रहती है, जैसे सब्जेक्ट कहा जाता है, किससे मिलता है, क्या खाता है, कब लौटता है जैसे हर कदम पर पैनी नजर रहती है. 
  • सबूत का जाल तैयार क‍िया जाता है. कुछ संदिग्ध दिखा तो फटाफट फोटो खींचे, वीडियो बनाए और कस्टमर को पक्का प्रूफ द‍िया जाता है. 
---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement