Moosewala Case: 'दीपक मुंडी हमारा बेटा ही नहीं, पुलिस मार दे तो लाश भी नहीं लेंगे...,' बोले शूटर के माता-पिता

Sidhu Moosewala case: सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी दीपक मुंडी के परिजनों ने मीडिया से कहा कि दीपक उनका बेटा नहीं है. पुलिस मार दे तो डेड बॉडी भी नहीं लेंगे. बता दें कि परिजन ने दीपक को दो बार बेदखल कर दिया था. दीपक अपनी बहन की शादी में भी नहीं आया था.

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आरोपी दीपक के परिजन. आरोपी दीपक के परिजन.

aajtak.in

  • चरखी दादरी,
  • 11 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:21 PM IST

Haryana News: सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और पंजाब पुलिस की जॉइंट टीम ने नेपाल से बदमाश दीपक मुंडी को उसके दोस्त कपिल पंडित के साथ पकड़ा है. इस हत्याकांड में मुख्य शूटर दीपक मुंडी हरियाणा के चरखी दादरी के बौंद कलां के गांव ऊण का निवासी है. दीपक मुंडी की गिरफ्तारी के बाद उसके परिजन मीडिया के सामने आए और बेटे को कपूत बताते हुए कहा कि भगवान ऐसा बेटा किसी को न दे. इज्जत मिट्टी में मिला दी है.

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बता दें कि पंजाब के मानसा जिले में गत 29 मई को मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला पर हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी. हालांकि इस मामले में कई आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.

अब दिल्ली की स्पेशल सेल व पंजाब पुलिस ने दीपक मुंडी को उसके साथी के साथ नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया. इसके बाद चरखी दादरी के गांव ऊण निवासी दीपक मुंडी के परिजनों ने मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी.

दीपक की मां सुनीता और पिता राजबीर सिंह खेती-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं. तीन बहन-भाइयों में सबसे बड़ा दीपक मुंडी छोटी उम्र में ही अपराध की दुनिया में फंसता चला गया. छोटी उम्र में परिजन ने उसे नाना-नानी के घर छोड़ दिया था. नाना-नानी की मौत के बाद दीपक पर कई अपराधिक केस दर्ज हुए.

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परिजन के साथ भी कई बार झगड़ा हुआ. परिजनों की मानें तो करीब पांच माह पहले दीपक एक महिला के साथ घर आया था और शादी की बात कही थी. इसको लेकर घरवालों का दीपक के साथ झगड़ा हो गया और वह घर से निकल गया. इसके बाद से परिजन का उससे कोई संपर्क नहीं है.

शूटर की मां ने कहा- भगवान ऐसा कपूत बेटा किसी को न दे

दीपक की मां सुनीता ने कहा कि ऐसा कपूत बेटा भगवान किसी को न दे. कभी परिजनों की सुध नहीं ली. बहन की शादी में भी नहीं आया. वह बीमार हुई तो भी नहीं संभाला. उसे बेटा मानने से इनकार कर बेदखल कर दिया था. परिजनों का कहना है कि उन्हें डर लगता है. सिद्धू मूसेवाला भी किसी का बेटा था. दीपक ने मर्डर किया है तो उसे भी मार देना चाहिए. 

पिता राजबीर सिंह ने कहा कि बेटे की गलत हरकतों को देखकर दो बार बेदखल किया. पुलिस तंग करने लगी थी. दीपक हमारा बेटा है ही नहीं. उसने जो किया उसकी सजा मिले. अगर पुलिस मार भी दे तो उसकी डेड बॉडी भी नहीं लेंगे. ग्रामीणों ने भी कहा कि दीपक को गांव में नहीं देखा. अगर दीपक ने किसी की जान ली है तो उसे फांसी हो.

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रिपोर्टः प्रदीप साहू

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