महाराष्ट्र के सतारा जिले से गुजर रही पेट्रोल की पाइपलाइन में छेद करके चोरी की जा रही थी. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब इस पेट्रोल का रिसाव हुआ और ये खेतों में पहुंच गई. खेत में खड़ी फसल में पेट्रोल के आने से जब फसल को नुकसान होना शुरू हुआ, तो किसानों ने इस मामले में शिकायत की, जिसके बाद पुणे और लोनंद पुलिस की स्पेशल ज्वाइंट टीम ने कार्रवाई करते हुए पिंपरी चिंचवाड़ से 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल तेल की चोरी करने वाले गैंग ने सरकारी तेल कंपनी हिन्दुस्तान पेट्रोलियम (HP) की मुंबई-पुणे-सोलापुर रोड की सैकड़ों किलोमीटर लंबी पेट्रोल पाइपलाइन को निशाना बनाया था. सतारा जिले के सावड गांव के पास इस पाइपलाइन में ढाई इंच बड़ा छेद करके उसमें पाइप फिट कर दिया था. फिर वहां से चोरी किए पेट्रोल को डंप करना शुरू कर दिया.
गिरफ्तार किए आरोपियों ने महाराष्ट्र के कई अन्य जिलों में भी पेट्रोल चोरी का अपराध कबूला है. गिरफ्तार किए आरोपियों में अनित हरिशंकर पाठक, बालू अन्ना चौगुले, मोतीराम शंकर पवार, इस्माइल पीर मोहम्मद शेख, शाम शिवाजी कंडी, दत्तात्रेय सोपान लोखंडे, नामदेव ज्ञानदेव जाधव शामिल हैं. ये सभी पिंपरी चिंचवाड़ और फल्टन तालुका के रहने वाले हैं.
पेट्रोल की चोरी की जांच करने वाले जांच अधिकारी तानाजी ने ‘आज तक’ को बताया कि गोपनीय जानकारी के आधार पर 7 लोगों पकड़ा गया है. तानाजी के मुताबिक इस गैंग ने डिपो से जाने वाली हाई प्रेशर पेट्रोल की 14 इंच घेरे वाली मेटल की पाइप लाइन में छेद कर रखा था. पेट्रोल जमीन में रिसने की वजह से खेत के अगल बगल के कुओं में भी पेट्रोल भरना शुरू हो गया. गैंग का यह भी प्लान था कि कुओं में पेट्रोल भरने के बाद वहां से इसे निकाल लिया जाएगा. लेकिन तेल रिसने की वजह आसपास की करीब 15 से 20 एकड़ खेती भी खराब हो गई.
गांव वालों ने खेती खराब होने पर शिकायत की तो कुओं के पानी का टेस्टिंग किया गया. वहीं से कुओं में पेट्रोल भरा होने का पता चला. बताया जा रहा है कि एक कुएं में करीब 2000 लीटर पेट्रोल भर गया था. एचपी कंपनी की तरफ से पेट्रोल चोरी की शिकायत पुलिस में की गई थी. पुलिस तभी से तेल चोरों के इस गैंग की तलाश कर रही थी.
वसंत मोरे / पंकज खेळकर