हिजबुल्लाह के भीषण हमले से दहला इजरायल, हजारों घर तबाह, खौफ में जी रहे लोग

मिडिल-ईस्ट में तनाव इस वक्त चरम पर है. अमेरिका द्वारा सीजयफायर के तमाम कोशिशों के बीच इजरायल कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है. एक तरफ गाजा में हमास, तो दूसरी तरफ लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ लगातार युद्ध चल रहा है. ताजा घटनाक्रम में हिजबुल्लाह ने बुधवार को इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं.

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हिज्बुल्लाह ने इजरायल के उत्तरी क्षेत्र में दर्जनों रॉकेट दागे. (Photo: X/@TimesofIsrael) हिज्बुल्लाह ने इजरायल के उत्तरी क्षेत्र में दर्जनों रॉकेट दागे. (Photo: X/@TimesofIsrael)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 8:08 PM IST

मिडिल-ईस्ट में तनाव इस वक्त चरम पर है. अमेरिका द्वारा सीजयफायर के तमाम कोशिशों के बीच इजरायल कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है. एक तरफ गाजा में हमास, तो दूसरी तरफ लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ लगातार युद्ध चल रहा है. ताजा घटनाक्रम में हिजबुल्लाह ने बुधवार को इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं. करीब 50 से अधिक रॉकेट इजरायल की ओर दागे गए, जिसमें हजारों घर तबाह हो गए हैं. सायरन की आवाजों के बीच लोग डरे और सहमे हैं.

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हिजबुल्लाह ने इजरायल के दो प्रमुख शहरों काट्ज़्रिन और गोलान हाइट्स में नागरिक आबादी के पास रॉकेट से हमला किया है. आईडीएफ का कहना है कि इस हमले में हजारों परिवारों और नागरिकों को निशाना बनाया गया है. इन शहरों में लोग गर्मियों की छुट्टी मनाने आए हुए हैं, जिन्हें निशाना बनाकर हमला किया जा रहा है. इससे पहले इजरायल ने मंगवार को दक्षिणी लेबनान के बंदरगाह शहर सिडोन में जबरदस्त हमला किया, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई.

इसके अलावा लेबनान की बेका घाटी में हिजबुल्लाह हथियार भंडारण सुविधाओं पर रात भर बमबारी की थी. इज़राइल ने नियमित रूप से दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों और रॉकेट प्रक्षेपण स्थलों पर बमबारी की है. पिछले अक्टूबर में संघर्ष शुरू होने के बाद से लेबनान में 600 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें 400 से अधिक हिजबुल्लाह लड़ाके और 132 नागरिक शामिल हैं. गाजा में हमास के खिलाफ जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह भी हमले कर रहा है.

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दूसरी तरफ गाजा में चल रहे युद्ध विराम को लेकर दोहा में बैठक बेनतीजा रहने के बाद एक बार फिर से कोशिशें तेज हो गई हैं. इसको लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन ने हमास से प्रस्ताव को मानने का आग्रह किया है. पिछले हफ्ते कतर में हमास वार्ता में शामिल नहीं हुआ था. इसलिए बिना किसी नतीजे के वार्ता रुक गई थी. इस बार भी हमास पर असर नहीं है. हमास ने एक बार फिर से अमेरिकी प्रस्ताव को निंदा की है. 

हमास का कहना है कि अमेरिका इजरायल के दबाव में काम कर रहा है. इजरायल ने प्रस्ताव में नई शर्तें जोड़ी हैं, जो हमें मंज़ूर नहीं है. दरअसल हमास मई में राष्ट्रपति बाइडेन के पेश किए गए प्रस्ताव पर बात करना चाहता है. हमास के एक अधिकारी ओसामा हमदान ने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं है कि आशावाद का बीजारोपण करने का प्रयास किया जा रहा है, जैसा कि दोहा में बैठक के बाद दिखा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह गंभीर है, बल्कि इसके ठीक विपरीत है.'' 

अमेरिकी विदेश मंत्री ने रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंनजामिन नतनेयाहू से तीन घंटे मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि ये बंधकों की रिहाई का आखिरी मौका है. वहीं नेत्याहू ने भी ब्लिंकन के साथ हुई वार्ता को काफी सकारात्मक बताया है. सीजफायर डील के दूसरे चरण की बातचीत इस हफ्ते मिस्र के काहिरा में होनी है. इसके लिए इजराइली प्रतिनिधिमंडल मिस्र के लिए रवाना हो गया है. सीजफायर की कोशिशों के बीच जंग अभी भी जारी है.

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