'हमारा बिजनेस ही यही है, हमें और कुछ नहीं आता सर...', पुलिस से बोले शातिर साइबर ठग, 10 हजार शिकायतों का खुलासा

Gurugram News: ​​​​​​​दरअसल, मामला गुरुग्राम से जुड़ी साइबर फ्रॉड की शिकायतों का था. साइबर क्राइम पुलिस को टास्क दिया गया था. बस, फिर क्या था, पुलिसिया तफ़्तीश आगे बढ़ती गई और देश भर की 10 हज़ार से ज्यादा साइबर ठगी की शिकायतों का खुलासा हो गया.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)

नीरज वशिष्ठ

  • गुरुग्राम ,
  • 20 मई 2024,
  • अपडेटेड 2:26 PM IST

Haryana Crime: हरियाणा पुलिस ने साइबर क्राइम ने देशभर के थानों में दर्ज 10 हजार 10 साइबर ठगी की शिकायतों का खुलासा किया है. 14 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. पूछताछ में ठगों ने पुलिस को बताया कि उनका काम ही यही है. इसके अलावा उनको कोई दूसरा काम नहीं आता है. आरोपियों के कब्जे से 22 लाख, 32 हजार रुपये कैश, 12 मोबाइल फोन्स और 6 सिमकार्ड्स को बरामद किए गए हैं.

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शुरुआती तफ्तीश में गिरफ्तार साइबर ठगों ने 36 करोड़ 34 लाख रुपए की साइबर ठगी का खुलासा किया है और बयान किया है कि कैसे सुबह होते ही कॉलिंग के जरिये साइबर ठगी का काला कारोबार शुरू हो जाता था...
 
14 आरोपी, 10 हज़ार शिकायतों में 36 करोड़ 34 लाख की ठगी का खुलासा 


दरअसल, मामला गुरुग्राम से जुड़ी साइबर फ्रॉड की शिकायतों का था. साइबर क्राइम पुलिस को टास्क दिया गया था. बस, फिर क्या था, पुलिसिया तफ़्तीश आगे बढ़ती गई और देश भर की 10 हज़ार से ज्यादा साइबर ठगी की शिकायतों का खुलासा हो गया.

गुरुग्राम साइबर क्राइम ने न सिर्फ भीमराव जगताप को साइबर ठगी के मामले में महाराष्ट्र पुणे से बल्कि आशुतोष उर्फ रोहित, मोहित, महावीर जाट, जयंत सैनी, लोकेश सैनी, मनीष चौहान, रविंद्र उर्फ रवि चौधरी संजय चौहान व सुरेंद्र उर्फ सचिन को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया.  एक अन्य पंकज बंसल गंगानगर (राजस्थान) से उठाया. इनके कब्जे से 12 मोबाइल फोन्स और 06 सिमकार्ड्स बरामद कर साइबर ठगी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है. 

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पुलिस गिरफ्त में आए शातिर साइबर ठगों ने कहा, "सर, आप लोग अपना बिजनेस करते हैं और हमारा बिजनेस ही साइबर ठगी है. हमें और कुछ नहीं आता."
 
साइबर क्राइम पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में आरोपियों के खिलाफ देशभर में 474 मामले दर्ज हैं. जिसमें 17 मामले हरियाणा के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं.

पुलिस की मानें तो गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि यह Fedex Fraud है. जिसमें अधिकारी बनकर लोगों को डराकर व दबाव बनाकर या जानकार बनकर पैसे ट्रांसफर करवाने जैसी साइबर ठगी को यह लोग अंजाम देते आ रहे थे.. आरोपियों के कब्ज़े से 22 लाख 32 हजार रुपये कैश भी बरामद किया गया है. 

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