इजरायल और हमास संघर्ष पूरे गाजा पट्टी में फैल चुका है. इजरायल की सेना जहां फिलिस्तीन के हथियारबंद संगठन हमास के सफाए में जुटी है, वहीं हमास के लड़ाके भी पूरी ताकत से लड़ रहे हैं. गाजा के दूसरा सबसे बड़े शहर खान यूनिस और जबालिया में भीषण लड़ाई चल रही है. शिजिया शहर में भी लगतार गोलीबारी और धमाकों की आवाजे सुनाई दे रही हैं. इसी बीच इजरायली सेना ने हमास के सबसे बड़े टनल नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. इस सुरंग का इस्तेमाल हमास के आतंकी कर रहे थे. चार किलोमीटर में फैले इस टनल नेटवर्क का एंट्री गेट इरेज क्रॉसिंग से केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है.
इजरायल डिफेंस फोर्सेस का दावा है कि इस टनल नेटवर्क का इस्तेमाल गाजा के लोग इजराइली अस्पतालों में काम करने या इलाज कराने के लिए करते थे. लेकिन हमास के आतंकियों ने इस पर कब्जा करके आतंकी गतिविधियों को लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. इस सुरंग को हमास नेता याह्या सिनवार के भाई और खान यूनिस बटालियन के कमांडर मोहम्मद सिनवार के नेतृत्व बनाया गया था. गाजा में स्थित टनल नेटवर्क हमास के लिए बंकर का काम कर रहे हैं. वो यहां छिपकर इजरायली बमबारी से बचने के साथ ही आसानी से हमला भी कर पा रहे हैं. यही वजह है कि आईडीएफ सुंरगों को लगातार नष्ट कर रही है.
वीडियो में देखिए हमास का सबसे बड़ा टेरर टनल नेटवर्क...
हमास के सफाए से पहले जंग नहीं रोकेंगे बेंजामिन नेतन्याहू
इस बीच गाजा संकट पर इजरायल की वॉर कैबिनट की बैठक हुई. इसमें गाजा के ताजा हालात पर चर्चा की गई. इसके बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर पूरी तरह से हमास के सफाए की बात कही है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना को रोकने पर उन्हें गर्व है. नेतन्याहू ने कहा, ''हर कोई जानता है कि गाजा में हमास किस तरह का फिलिस्तीनी राज्य बना रहा था. यदि हम अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे झुक गए होते, यहूदिया और सामरिया में, यरूशलेम के आसपास और तेल अवीव के बाहरी इलाके में ऐसे राज्य की अनुमति दे दी होती तो क्या हो सकता था. ये हर किसी को पता है.''
नेतन्याहू ने कहा कि वो लेबनान से जंग नहीं चाहते, लेकिन
वहीं इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच टकराव पर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वो लेबनान से जंग नहीं चाहते. लेकिन हमला हुआ तो बेरूत का भी वहीं हाल होगा जो गाजा का हुआ है. उन्होंने कहा इजरायल की उत्तरी सीमा पर हिज़्बुल्लाह के हमले की वजह से एक लाख से ज्यादा इजरायलियों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. वॉर कैबिनेट की बैठक के बाद उन्होंने यमन के हूती विद्रोहियों को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हूती चरमपंथियों के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे. इजरायल और हमास के बीच चल रही इस जंग में अबतक 19 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है.
टेडी बियर में स्नाइपर राइफल, स्कूल के नीचे टनल नेटवर्क
इससे पहले इजरायली सेना ने हमास की एक खौफनाक साजिश का पर्दाफाश किया था. आईडीएफ ने दावा किया था कि हमास के आतंकियों ने टेडी बियर के अंदर स्नाइपर राइफल और बम छिपाए हुए थे. इन टैडी बियर को लेकर आतंकी आम लोगों के बीच रहे थे. इसके अलावा गाजा के कई स्कूलों और मस्जिदों के नीचे टनल नेटवर्क भी मिला है. इसके जरिए आतंकवादी सुरक्षित आवाजाही करते करते थे. इतना ही नहीं उन्होंने इजरायली सेना की नजर से बचाने के लिए स्कूल में हथियारों का गोदाम बनाकर रखा था.
इजरायली सैनिकों ने अपने ही तीन नागरिकों को मार डाला
गाजा में हमास के सफाए में जुटे इजरायली सैनिकों ने बंधक बनाए गए अपने ही तीन नागरिकों को मार डाला. इजरायली सेना का कहना है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए 28 साल के योतम हैम, 22 साल के समीर तलाल्का और 26 साल के एलोन शमरिज़ को गलती से खतरे के रूप में पहचाने जाने के बाद मार दिया गया. इजरायली सेना ने इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि इन तीनों को गाजा के उत्तर में मौजूद शेजैया में सैनिकों ने गोली मार दी. इजरायली सेना ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.
इजरायली सेना प्रवक्ता डेनियल हागारी ने जताया अफसोस
इस घटना पर गहरा अफसोस जताते हुए इजरायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हागारी ने कहा, ''शिजाइया में लड़ाई के दौरान आईडीएफ ने गलती से तीन इजरायली बंधकों को खतरे के रूप में पहचाना. इसके बाद उनकी ओर से की गई गोलीबारी तीनों मारे गए. जिस क्षेत्र में घटना घटी, वहां तलाशी और जांच के दौरान मृतकों की पहचान पर संदेह पैदा हुआ था. उनके शवों को जांच के लिए इजरायली क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके बाद यह पुष्टि हुई कि वे तीन इजरायली बंधक थे. इस घटना पर हमें बहुत दुख है.''
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7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर किया था हमला
अपने ही सेना के हाथों मारे गए इजरायली नागरिकों के परिजनों ने रोष मार्च निकाला. इसमें पोस्टर और बैनर के साथ हजारों लोग शामिल हुए. तेल अवीव की सड़कों पर उतरे लोगों ने रक्षा मंत्रालय के दफ्तर का का घेराव किया. इसके साथ ही आरोपी सैनिकों को सजा दिए जाने की मांग की है. बताते चलें कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 नागरिकों को मारा डाला था, जबकि 250 से ज्यादा इजरायली और विदेशी नागरिकों को बंधक बना लिया था. इसमें से करीब आधे बंधकों को हमास छोड़ा चुका है.
हवाई हमलों में गाजा के कई शहर खंडहर में तब्दील
इजरायल की ओर से हो रहे ताबड़तोड़ हवाई हमलों ने गाजा के कई शहरों को खंडहर में तब्दील कर दिया है. ताजा हमले में करीब 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. हर बीतते दिन के साथ इजरायल गाजा पर अपना नियंत्रण बना रहा है. इसी कड़ी में इजरायल ने गाजा के कई बड़े शहरों पर हमले तेज कर दिए हैं. सेंट्रल गाजा के एक शरणार्थी शिविर पर हुए हवाई हमलों में करीब 33 लोगों की जान चली गई. इनमें 14 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल थे. रफाह शहर में हवाई हमलों में करीब 8 लोगों की मौत हो गई है.
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