Revanna Sex Scandal: प्रज्वल पर SIT ने कसा शिकंजा, CBI ने इंटरपोल से मांगी मदद, अब इस एक्शन की तैयारी

पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स स्कैंडल की जांच कर रही एसआईटी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एसआईटी ने एचडी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. सीबीआई से अनुरोध किया है कि प्रज्वल के खिलाफ इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कराए.

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एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्ना के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्ना के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.

aajtak.in

  • बंगलुरु,
  • 04 मई 2024,
  • अपडेटेड 11:03 AM IST

Prajwal Revanna Sex Scandal: सेक्स स्कैंडल में फंसे पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. इस मामले में एसआईटी ने एचडी और प्रज्वल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. वहीं सीबीआई से अनुरोध किया है कि प्रज्वल के खिलाफ इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी कराए. एसआईटी ने एचडी रेवन्ना को तलब करते हुए पूछताछ के लिए बुलाया है. इसके लिए आज शाम तक का समय दिया है.

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कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शनिवार को कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने होलेनरासीपुर से जेडीएस विधायक एचडी रेवन्ना और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हैं. पूर्व मंत्री एचडी को एसआईटी ने दूसरा नोटिस दिया है. उन्हें पूछताछ के लिए एसआईटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. इसके लिए आज शनिवार की शाम तक का समय दिया गया है.

जेडीएस नेता एचडी रेवन्ना के घर में काम करने वाली एक रसोइए की शिकायत के आधार पर पिछले रविवार को हासन जिले के होलेनरसिपुरा पुलिस स्टेशन में बाप-बेटे खिलाफ यौन उत्पीड़न का पहला मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद गुरुवार की रात मैसूरु में रेवन्ना के विश्वासपात्र सतीश बबन्ना के खिलाफ एक महिला के अपहरण के आरोप में केस दर्ज किया गया है. ये महिला यौन शोषण की शिकार है. केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने बबन्ना को गिरफ्तार कर लिया.

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क्या होता है लुकआउट नोटिस, कैसे प्रतिबंध लगते हैं? 

लुकआउट सर्कुलर या लुक आउट नोटिस एक सर्कुलर लेटर है. इसका इस्तेमाल आव्रजन यानी इमिग्रेशन अधिकारियों द्वारा किसी आरोपी व्यक्ति को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए किया जाता है. इस तरह का नोटिस सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों द्वारा किसी व्यक्ति के देश में प्रवेश से रोकने या देश से बाहर जाने से पाबंदी लगाने और निगरानी करने के लिए भी जारी किया जा सकता है. मूल दिशा निर्देश गृह मंत्रालय  द्वारा जारी किए जाते हैं. 

ब्लू कॉर्नर नोटिस क्या है, इससे क्या मदद मिलती है?

किसी अपराधी के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस इंटरपोल के जरिए जारी कराया जाता है. यह नोटिस किसी भी वारदात से संबंधित व्यक्ति की पहचान, स्थान या उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए जारी कराया जाता है. इसके लिए किसी देश के सबसे बड़ी एजेंसी इंटरपोल से अनुरोध करती है. भारत में स्थानीय जांच एजेंसियों की पहल पर सीबीआई इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर या रेड कॉर्नर नोटिस करने के लिए अनुरोध करती है.

रेवन्ना के खास बबन्ना को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अपहरण मामले में दूसरे आरोपी सतीश बबन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन पहले आरोपी रेवन्ना को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, इस सवाल पर कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा, ''एचडी रेवन्ना को एक मौका दिया गया है. उन्हें धारा 41 के तहत नोटिस दिया गया है. उन्हें एसआईटी के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखना है. उन्हें दूसरा नोटिस भी दिया गया है. उनके पास 24 घंटे का समय है, जो आज शाम खत्म हो जाएगा. इसके बाद कार्रवाई होगी.''

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चुनाव के पहले चरण के अगले दिन विदेश भागे प्रज्वल

प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के संबंध में उन्होंने कहा, "उन्हें विदेश से वापस आना होगा. आज नहीं तो परसों या उसके बाद उन्हें आना ही होगा. उसके बाद कानून के तहत उनके खिलाफ जो भी कार्रवाई बनती है, वो जरूर होगी.'' प्रज्वल कर्नाटक में हुए लोकसभा चुनाव के पहले चरण के एक दिन बाद 27 अप्रैल को विदेश चले गए थे. उनके वकील ने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय मांगा है, जिस पर जांच टीम ने अपनी सहमति दे दी है.

प्रज्वल पर बंदूक की नोक पर बलात्कार करने का आरोप

पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना हासन से भाजपा-जद (एस) गठबंधन के उम्मीदवार थे, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था. उनके खिलाफ दूसरी एफआईआर बुधवार को बंगलुरु में सीआईडी द्वारा उनकी पार्टी की कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने बंदूक की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया था. उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसको लगातार ब्लैकमेल करते हुए शारीरिक शोषण कर रहे थे.

700 महिलाओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग को लिखा खत

इस मामले में महिला अधिकार समूहों की 700 से ज्यादा महिलाओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखकर प्रज्वल और एचडी रेवन्ना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यह अभियान गूगल फॉर्म के जरिए चलाया गया. पत्र लिखने वाली महिलाओं ने इस मामले में एनसीडब्ल्यू की कमजोर प्रतिक्रिया पर सवाल उठाया है. अखिल भारतीय नारीवादी गठबंधन, वीमेन फॉर डेमोक्रेसी और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठनों के सदस्यों ने कार्रवाई की मांग की है.

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एचडी और प्रज्वल रेवन्ना की तत्काल गिरफ्तारी की मांग

इस पत्र पर 701 महिलाओं के हस्ताक्षर हैं. उन्होंने एचडी रेवन्ना और प्रज्वल रेवन्ना की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. इसके साथ ही गुजारिश की है कि दिसंबर 2023 से प्रज्वल रेवन्ना की आपराधिक गतिविधियों के बारे में सत्तारूढ़ दल को उपलब्ध जानकारी के बारे में पूछताछ करने के लिए कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष को समन जारी किए जाए. एनसीडब्ल्यू एक विधायक के रूप में एचडी रेवन्ना को अयोग्य ठहराने की सिफारिश करे. प्रज्वल रेवन्ना को सांसद के रूप में कार्यभार संभालने की छूट न दी जाए, भले ही वह लोकसभा चुनाव जीत जाए. महिला समूहों ने एनसीडब्ल्यू की कमजोर प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाया है. 

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