महिलाओं को हर क्षेत्र में सरकार बढ़ावा दे रही है, ताकि उनकी हिस्सेदारी बढ़े और वे आत्मनिर्भर बन सके. यही कारण है कि सरकार कई सरकारी योजनाएं भी चला रही है. इन्हीं योजनाओं में से एक उद्योगिनी योजना है, जो महिलाओं को बिना गारंटी के लोन प्रोवाइड कराती है.
इस योजना के तहत 1 से 3 लाख रुपये का लोन मिलता है. कर्नाटकर में शुरू की कई यह स्कीम पूरे देश में फैली यह स्कीम महिलाओं को सिलाई केंद्र, ब्यूटी पार्लर या कैटरिंग जैसे छोटे बिजनेस खोलने में उनकी आर्थिक मदद करती है.
कौन ले सकता है ये लोन
18 से 55 साल की महिलाएं इस योजना के तहत आवेदन कर सकती हैं. हालांकि शर्त ये होनी चाहिए कि परिवार की सालाना आय 1.5 लाख रुपये से कम हो. विधवाओं और दिव्यांग बहनों के लिए कमाई की लिमिट हटा दी गई है. SC/ST महिलाओं को 50 फीसदी तक सब्सिडी, बाकी को 30 फीसदी सब्सिडी दी जाती है.
इस योजना की खासियत
सरकार की ओर से दिया जाने वाला यह तोहफा लोन लेने और चुकाने को और भी आसान बना देता है. इस लोन के तहत कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं, बस कम ब्याज पर लोन महिलाओं को दिया जाता है. इस लोन योजना के तहत 88 तरह के लघु उद्योग कवर किये जाते हैं. जिसमें अगरबत्ती बनाना, बेकरी, जिम सेंटर या हस्तशिल्प आदि शामिल है. ट्रेनिंग सर्टिफिकेट या EDP कोर्स भी मददगार साबित होता है.
कैसे कर सकते हैं आवेदन?
अगर आप भी इस योजना के तहत अप्लाई करना चाहते हैं तो आधार, PAN, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, पासपोर्ट फोटो और प्रोजेक्ट रिपोर्ट आपके पास होने चाहिए. अब आप बैंक शाखा जाएं या myscheme.gov.in पर ऑनलाइन अप्लाई करें. लाभ मिलने के बाद बिजनेस प्लानिंग पर फोकस करें सरकार कौशल विकास ट्रेनिंग भी दी जाती है.
क्यों खास है ये योजना?
अगर कोई महिला इस योजना के तहत लोन लेती है और सिलाई जैसी कोई बिजनेस शुरू करती है और 10 लोगों को रोजगार दे रही है तो यह ना सिर्फ अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करती है, बल्कि कई लोगों के परिवार का सहारा भी होती है. साथ ही उद्योग में महिलाओं की हिस्सेदारी भी बढ़ती है. यह योजना आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही महिला सशक्तिकरण को मजबूती देती है.
आजतक बिजनेस डेस्क