बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद डिबेंचर से जुटाएगी 250 करोड़ रुपये

उत्तराखंड के हरिद्धार स्थित इस कंपनी ने पहली बार डिबेंचर के जरिए पूंजी जुटाने का फैसला किया है. पतंजलि आयुर्वेद हाल के वर्षों में एफएमसीजी की प्रमुख कंपनी के तौर पर उभरी है. कंपनी ने कहा है कि गैर- परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) की परिपक्वता अवधि तीन साल होगी.

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पतंजलि आयुर्वेद जुटाएगी पैसा पतंजलि आयुर्वेद जुटाएगी पैसा

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 27 मई 2020,
  • अपडेटेड 11:45 PM IST
  • बाबा रामदेव के नेतृत्व वाली पतंजलि आयुर्वेद जुटाएगी पैसा
  • कंपनी एनसीडी के द्वारा 250 करोड़ रुपये जुटाएगी
  • इससे कंपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करेगी

बाबा रामदेव के नेतृत्व वाले पतंजलि आयुर्वेद ने डिबेंचर जारी कर 250 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सप्लाई चेन नेटवर्क को मजबूत बनाने में इस राशि का इस्तेमाल करेगी. उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित इस कंपनी ने पहली बार डिबेंचर के जरिए पूंजी जुटाने का फैसला किया है.
इतना मिलेगा ब्याज 
 पतंजलि आयुर्वेद हाल के वर्षों में एफएमसीजी की प्रमुख कंपनी के तौर पर उभरी है. कंपनी ने कहा है कि गैर- परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) की परिपक्वता अवधि तीन साल होगी और इस पर 10.10 फीसदी की दर से ब्याज देय होगा. 
पिछले साल दिसंबर में पतंजलि आयुर्वेद ने दिवालिया हो चुकी रुचि सोया का 4,350 करोड़ रुपये में अधिग्रहण पूरा किया था. दिवालिया प्रक्रिया में पतंजलि ने सोया खाद्य ब्रांड न्यूट्रीला बनाने वाली इस कंपनी का अधिग्रहण किया. 

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कारोबार में विविधता 
गौरतलब है कि पतंजलि समूह कपड़े के कारोबार में भी उतरा है. साल 2018 में धनतेरस के मौके पर बाबा रामदेव ने दिल्ली में पतंजलि परिधान नाम से कपड़े के पहले स्टोर का उद्घाटन किया था. दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस में पहले 'पतंजलि परिधान' शोरूम का उद्घाटन करते हुए रामदेव ने गारमेंट्स बिजनेस की शुरुआत की थी.

उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने कुछ महीने पहले ही ग्रेटर नोएडा में पतंजलि समूह की ओर से प्रस्तावित फूड पार्क को सब्सिडी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि समूह को बढ़ावा देने के लिए भूमि सब्सिडी प्रदान करने को मंजूरी दी गई. पतंजलि समूह ने यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे एक मेगा फूड प्रोजेक्ट पार्क विकसित करने के लिए 6000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव रखा है.

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कब होगी मैच्योरिटी 
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक डिबेंचर के लिये बोली 28 मई 2020 को शुरू होगी. डिबेंचर शेयर बाजार में सूचीबद्ध होंगे. ये डिबेंचर 28 मई 2023 को परिपक्व होंगे. पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के इस दौर में शारीरिक रोग- निरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक आयुर्वेद उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है. इससे हमारी आपूर्ति श्रृंखला पर दबाव बढ़ा है. मैन्युफैक्चरिंग से लेकर वितरण तक के पूरे सप्लाई चेन पर दबाव बढ़ा है.' 
 उन्होंने कहा, ‘इस सप्लाई चेन को मजबूत बनाने के लिये ही हम यह राशि जुटा रहे हैं, ताकि हम विनिर्माण से लेकर वितरण तक की पूरी श्रृंखला को सरल और बेहतर बना सकें. कंपनी के डिबेंचर को ब्रिकवर्क ने ‘एए’ रेटिंग दी है.' 

 

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