घर खरीदने वाले लोगों को अक्सर इस बात की कफ्यूजन रहती है कि वो नई प्रॉपर्टी खरीदें या पुरानी प्रॉपर्टी में पैसे निवेश करें. दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं, और यह आपकी जरूरत और आर्थिक लक्ष्यों पर निर्भर करता है. आप किस प्रकार की प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं. अगर आप आधुनिक सुविधाएं और बेहतर सुरक्षा चाहते हैं, तो नई प्रॉपर्टी एक अच्छा विकल्प हो सकती है, अगर आप कम कीमत और स्थापित पड़ोस चाहते हैं, तो पुरानी प्रॉपर्टी एक अच्छा विकल्प हो सकती है.
पहले आपको बताते हैं पुरानी प्रॉपर्टी खरीदने के फायदे और नुकसान के बारे में. पुरानी प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे बड़ा फायदा होता है उसकी कीमत. नई प्रॉपर्टी के मुकाबले आपको पुरानी प्रॉपर्टी के लिए कम पैसे देने होंगे. वहीं पुरानी प्रॉपर्टी अक्सर अच्छी विकसित इलाकों में होती हैं, जहां स्कूल, अस्पताल, और बाजार जैसी सुविधाएं पहले से मौजूद होती हैं, लेकिन पुरानी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी है.
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प्रॉपर्टी एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा aajtak.in से बातचीत में बताते हैं- 'पुरानी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले टाइटल सर्च रिपोर्ट निकलवाना जरूरी है. इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रॉपर्टी पर किसी तरह का कानूनी विवाद तो नहीं है. संपत्ति के मामलों में टाइटल का अर्थ यह होता है कि उस संपत्ति का मालिकाना हक पूर्व के सालों में किन-किन लोगों के पास रह चुका है. ऐसे में अगर उस प्रॉपर्टी के एक से अधिक मालिक रहे हों तो कब से कब तक उसका मालिकाना हक रहा है, उसकी चेन यानी फेहरिस्त का मिलान करना जरूरी है. साथ ही यह परख भी जरूरी है कि संपत्ति पर उसके किसी पूर्व मालिक का किसी तरह का कोई बकाया तो नहीं है, इसके अलावा प्रॉपर्टी के ऊपर किसी भी प्रकार की गिरवी रखने की जानकारी भी आप निकालें.'
प्रदीप मिश्रा आगे कहते हैं- 'पुरानी प्रॉपर्टी पर लोन लेने में दिक्कत हो सकती है, खासकर अगर इमारत बहुत पुरानी हो. बैंकों को प्रॉपर्टी के ढांचे की स्थायित्व की जांच करनी होती है.अगर प्रॉपर्टी 40 साल से अधिक पुरानी है या उसे नगर पालिका ने गिराने योग्य घोषित किया है, तो ऐसे मामलों में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है. इसलिए, पुरानी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि बैंक उस पर लोन देगा या नहीं.
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प्रॉपर्टी लेने से पहले यह भी जान लें कि पुरानी संपत्ति की मरम्मत और रखरखाव पर समय-समय पर खर्च आ सकता है. यह सुनिश्चित करें कि प्रॉपर्टी की स्थिति अच्छी हो और उसे रहने लायक बनाने के लिए ज्यादा खर्च की जरूरत न हो. कुछ मामलों में, कम कीमत पर खरीदी गई प्रॉपर्टी के रखरखाव और मरम्मत का खर्चा बाद में आपके लिए महंगा सौदा हो सकता है.
अगर आप नई प्रॉपर्टी में निवेश करने जा रहे हैं, तो आपको कुछ सुविधाएं भी मिलेंगी- जैसे आधुनिक स्मार्ट होम टेक्नोलॉजी जो किराएदारों और खरीदारों को आकर्षित करता है.वहीं नई इमारतों में शुरुआती सालों में रखरखाव की लागत कम होती है, क्योंकि संरचना, पाइपलाइन, और बिजली के उपकरण नए होते हैं. नई प्रॉपर्टी अक्सर बिल्डर की ओर से वारंटी के साथ आती हैं, जो किसी भी शुरुआती मरम्मत को कवर करती है. वहीं नई प्रॉपर्टी आमतौर पर तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में बनती हैं, जहां भविष्य में मूल्य वृद्धि की संभावना अधिक होती है. नई प्रॉपर्टी में आमतौर पर दस्तावेज़ और स्वामित्व संबंधी मुद्दे कम होते हैं, जिससे खरीद प्रक्रिया आसान होती है.
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वहीं नई प्रॉपर्टी के कुछ नुकसान भी हैंं जैसे नई प्रॉपर्टी की कीमत पुरानी प्रॉपर्टी की तुलना में अधिक हो सकती है, खासकर प्रीमियम जगह पर. अगर प्रॉपर्टी निर्माणाधीन है, तो देरी या गुणवत्ता संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. नई प्रॉपर्टी में कीमतों पर मोलभाव की गुंजाइश कम होती है, क्योंकि बिल्डर अक्सर निश्चित मूल्य रखते हैं.
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