दुनियाभर में रहने के लिहाज से सिंगापुर (Singapore) और न्यूयॉर्क (New York) सबसे महंगे शहर हैं. ये दावा किया है लंदन की इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के ‘वर्ल्डवाइड कॉस्ट ऑफ लिविंग सर्वे’ ने जिसके मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है, जब न्यूयॉर्क ने रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है. सर्वे में जारी रैंकिंग में इजरायल का शहर तेल अवीव, जो पिछले साल टॉप पर था वो अब खिसककर तीसरे स्थान पर आ गया है.
दुनिया के सबसे बड़े शहरों में रहने की औसत लागत इस साल 8.1 फीसदी बढ़ी है जो 20 साल में सबसे ज्यादा है. इसकी वजह यूक्रेन में युद्ध और सप्लाई चेन पर कोविड के असर को माना गया है. इसके साथ ही एनर्जी यानी तेल-बिजली वगैरह की कीमतों में हुए इजाफे ने बड़े शहरों में महंगाई दर को दोगुना कर दिया है.
महंगे शहरों की लिस्ट में 3 भारतीय शहर शामिल
वैसे तो इस लिस्ट में 3 भारतीय शहरों भी शामिल हैं, लेकिन इनमें से कोई भी शहर टॉप 100 में शामिल नहीं है. भारतीय शहरों में बेंगलूरु 161वें, चेन्नई 164वें और अहमदाबाद 165वें स्थान पर है. यानी इस लिस्ट में देश की राजधानी दिल्ली और वित्तीय राजधानी मुंबई का नाम नहीं है.
महंगे शहरों में सबसे ज्यादा अमेरिकी शहर
दुनियाभर के 10 सबसे महंगे शहरों की लिस्ट में तीन अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और सैन फ्रांसिस्को शामिल हैं. कीमतों में बढ़ोतरी और डॉलर की मजबूती के बीच सर्वे में शामिल सभी 22 अमेरिकी शहरों ने रैंकिंग में बढ़त हासिल की है. इनमें से 6 यानी अटलांटा, शार्लोट, इंडियानापोलिस, सैन डिएगो, पोर्टलैंड और बोस्टन उन 10 शहरों में शामिल हैं, जिन्होंने रैंकिंग में सबसे बड़ी छलांग लगाई है. वहीं, अमेरिका में जहां महंगे शहरों की रैंकिंग में इजाफा हुआ है तो ज्यादातर यूरोपीय शहरों की रैंकिंग में गिरावट आई है.
रूस के शहरों की रैंकिंग में बड़ा बदलाव
ग्लोबल सर्वे में जारी रैंकिंग में इजरायल का शहर तेल अवीव तीसरे स्थान पर पिछड़ गया है. पिछले साल के सर्वे में तेल अवीव दुनिया का सबसे महंगा शहर था. लेकिन सबसे बड़ा बदलाव रूस की राजधानी मॉस्को की रैंकिंग में हुआ है. यूक्रेन युद्ध के चलते बढ़ी बेतहाशा महंगाई की वजह से मॉस्को की रैंकिंग में 88 स्थानों का इजाफा हुआ है. इसी तरह रूस के एक और शहर सेंट पीटर्सबर्ग की रैंकिंग ने भी 70 पायदान की छलांग लगाई है.
दुनिया के 10 सबसे महंगे शहरों की लिस्ट
इस साल अगस्त से सितंबर के बीच हुए इस सर्वे में दुनियाभर के शहरों में 200 से ज्यादा सामान और सेवाओं की कीमतों के आंकलन के आधार पर शहरों को ये रैंकिंग दी गई है. अगर नजर डालें महंगाई के लिहाज से दुनिया के टॉप 10 शहरों पर तो न्यूयॉर्क और सिंगापुर पहले नंबर पर हैं. इसके बाद तीसरे नंबर पर तेल अवीव, चौथे नंबर पर हांगकांग और लॉस एंजिल्स, सातवें नंबर पर ज्यूरिख, आठवें नंबर पर जिनेवा, नौवें नंबर पर सैन फ्रांसिस्को, और 10वें नंबर पर पेरिस और सिडनी हैं.
दुनिया के 10 सबसे सस्ते शहरों की लिस्ट!
इसी तरह से लिस्ट में शामिल दुनिया के सबसे सस्ते 10 शहरों की बात करें तो सीरिया की राजधानी दमिश्क सबसे सस्ता शहर है और ये 172 वें नंबर पर मौजूद है. लीबिया की राजधानी त्रिपोली 171 वें नंबर पर है. वहां 170 वें स्थान पर तेहरान, 169 वें नंबर पर ट्यूनिस, 168 वीं पोजीशन पर ताशकंद, 167 वें पायदान पर कराची, 166 वें स्थान पर अल्माटी, 165 वें नंबर पर अहमदाबाद, 164 वें पायदान पर चेन्नई और 161 वीं पोजीशन पर कोलंबो, बैंगलोर और अल्जीयर्स हैं.
क्यों बढ़ रही है महंगाई?
इस साल दुनियाभर में अगर 20 साल में सबसे ज्यादा महंगाई बढ़ी है, तो उसकी बड़ी वजह कोरोना रहा है जिसने दुनियाभर की सप्लाई चेन को 2 साल से सामान्य नहीं होने दिया है. ओमिक्रॉन के बाद उम्मीद बंधी थी कि अब सब नॉर्मल हो गया है, तो चीन में हाल के महीनों में कोरोना के सिर उठाने से वहां पर भीषण प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. चीन की जीरो-कोविड पॉलिसी ने सप्लाई चेन की समस्याओं को बढ़ा दिया है. इसके साथ ही रूस-यूक्रेन में युद्ध, रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों और ब्याज दरों में बढ़ोतरी ने भी दुनियाभर में मंहगाई को तेजी से बढ़ाया है.
आदित्य के. राणा