भारतीय शेयर बाजार मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी Reliance Industruies के शेयर आज तेजी से बिखर गए. मुकेश अंबानी के इस शेयर में बहुत दिनों बाद इतनी बड़ी गिरावट देखी जा रही है. ये सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर ये गिरावट आई क्यों है?
सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट आई. 1 बजे तक रिलायंस के शेयर 2.96 फीसदी गिरकर 1,432.30 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 19.39 लाख करोड़ रुपये आ चुका है. पिछले 6 महीने में इस शेयर ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया है.
आज क्यों टूटा ये शेयर?
शुक्रवार को रिलायंस ने अपने नतीजों का ऐलान किया था, जिसमें इस कंपनी को शानदार मुनाफा मिला. लेकिन फिर भी आज इसके शेयर टूट गए. इसका सबसे बड़ा कारण रूसी तेल पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंध हैं. RIL ने कहा कि वह यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों के प्रभावों का आकलन करेगी.
एकमुश्त लाभ का रिजल्ट पर असर
अर्निंग की बात करें तो मुकेश अंबानी के लीडरशिप वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने जून 2025 तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में साल-दर-साल 78 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की.
एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बिक्री के दम पर, अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का समेकित शुद्ध लाभ वित्तीय वर्ष 2026 (Q1FY26) की पहली तिमाही में 78.32% बढ़कर 26,994 करोड़ रुपये रहा, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15,138 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया गया था. बता दें, एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बिक्री से कंपनी को 8,900 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ हुआ था, जो कि कंपनी की पहली तिमाही के रिजल्ट में दिख रहा है.
तिमाही के लिए राजस्व पिछले साल की इसी तिमाही के 2,36,217 करोड़ रुपये से 5.26 प्रतिशत बढ़कर 2,48,660 करोड़ रुपये हो गया है. एक मार्केट एक्सपर्ट ने सुझाव दिया कि निवेशक गिरावट पर स्टॉक को खरीद सकते हैं, जबकि एक अन्य ने कहा कि अंतरिम सुधारों के बावजूद तेजी बरकरार है.
एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के डायरेक्टर क्रांति बाथिनी ने कहा कि रूसी तेल पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों के कारण RIL को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि उन्होंने निवेशकों को गिरावट पर शेयर खरीदने पर विचार करने की सलाह दी है.
एंजेल वन के वरिष्ठ विश्लेषक ओशो कृष्णन के अनुसार, 'रिलायंस में हालिया तेजी के बाद कुछ मुनाफावसूली देखी गई है. हालांकि अभी इसमें तेजी का रुझान है. इसका 1400 रुपये के आसपास सपोर्ट दिखाई दे रहा है. ऊपर की ओर यह शेयर 1,480-1,500 रुपये के स्तर से ऊपर एक बड़ी तेजी देखी जा सकती है.
आनंद राठी के वरिष्ठ प्रबंधक जिगर एस पटेल ने कहा कि सपोर्ट 1,420 रुपये और रेसिस्टेंस 1,475 रुपये पर है. 1,475 रुपये से ऊपर लगातार बढ़त शेयर को 1,500 रुपये तक ले जा सकती है. मार्च 2025 तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 50.11 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
(नोट- यहां बताया गया टारगेट एक्सपर्ट्स के अपने विचार हैं. Aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
आजतक बिजनेस डेस्क