राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के नए फैसले को लेकर उठ रही प्रतिक्रियाओं पर एक विस्तृत बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि पिछले एक दिन से वे सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में आ रही सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की प्रतिक्रियाओं को देख रहे हैं. उन्होंने साफ कहा कि स्वस्थ आलोचनाएं उन्हें हमेशा सीख देती हैं और ऐसे आलोचकों का उद्देश्य पवित्र होता है.
कुशवाहा ने परिवारवाद के आरोपों पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उनके निर्णय को परिवारवाद माना है, तो पहले यह समझना चाहिए कि यह कदम उनकी मजबूरी थी. पार्टी के अस्तित्व और भविष्य को बचाने के लिए यह फैसला लेना अपरिहार्य था. उन्होंने कहा कि पहले भी पार्टी को ऐसे निर्णय लेने पड़े थे जो अलोकप्रिय साबित हुए और उनके कारण पार्टी फिर से शून्य पर पहुंच गई थी. इसलिए इस बार वे वही गलती दोहराना नहीं चाहते थे.
उपेंद्र कुशवाहा ने परिवारवाद पर खुलकर की बात
इसके अलावा उन्होंने कहा कि वर्तमान निर्णय से उन पर परिवारवाद का आरोप जरूर लगेगा, लेकिन पार्टी को बचाना उनकी प्राथमिकता थी. यह फैसला उनके लिए जहर पीने जैसा था, फिर भी उन्होंने यह कदम उठाया.
स्वस्थ आलोचनाएं उन्हें हमेशा सीख देती हैं
पूर्वाग्रह से ग्रसित आलोचकों के लिए उन्होंने कहा कि समस्या उनके निर्णय से नहीं, बल्कि उनके फिर से खड़े हो जाने से है. उन्होंने यह भी कहा कि दीपक प्रकाश सक्षम हैं और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं. उन्हें खुद को साबित करने का समय दिया जाना चाहिए. किसी की योग्यता का मूल्यांकन उसकी जाति से नहीं, उसकी काबिलियत से होना चाहिए.
शशि भूषण कुमार