बिहार विधानसभा में बुधवार को उस समय हलचल मच गई जब राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का संयुक्त अभिभाषण चल रहा था और अचानक माइक ने काम करना बंद कर दिया. राज्यपाल का संबोधन करीब 30 मिनट का था, लेकिन बीच में माइक खराब होने से कई सदस्यों ने नाराजगी जताई. विपक्ष की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी इस दौरान असंतुष्ट दिखीं.
सचिव और अधिकारियों को किया तलब
माइक खराब होने की घटना को गंभीर मानते हुए विधानसभा स्पीकर प्रेम कुमार ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने विधानसभा सचिव प्रभारी ख्याति सिंह और सभी संबंधित अधिकारियों को बुलाकर घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की. स्पीकर ने साफ कहा कि सदन के कामकाज में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
राज्यपाल ने शांत कराया माहौल
माइक खराब होने के बाद कुछ देर के लिए सदन का माहौल गर्म हो गया. कई सदस्य ग़ुस्से में थे, लेकिन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने स्थिति संभालने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़े तो वे पूरा भाषण 'ऊंची आवाज़ में पढ़कर' भी सुना सकते हैं. इसके बाद थोड़ी राहत मिली.
24 घंटे में जांच के आदेश
स्पीकर ने विधानसभा सचिव और भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों जो सदन की तकनीकी और भौतिक व्यवस्था देखते हैं, उन्हें 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों की पहचान कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
हो सकती है कार्रवाई
इस घटना ने विधानसभा की तकनीकी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्पीकर के सख्त रुख से साफ है कि सरकार और प्रशासन इस मामले को हल्के में नहीं ले रहे. संबंधित विभागों को उम्मीद है कि जांच के बाद दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने.
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