Stevia Cultivation Tips: देश में मेडिसिनल प्लांट्स की खेती बेहद तेजी से लोकप्रिय हो रही है. सरकार भी किसानों को इन पौधों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसके लिए राज्य और केंद्र दोनों स्तर इनकी खेती के लिए सब्सिडी भी दी जाती है.
डायबिटीज मरीजों के खिलाफ फायदेमंद
स्टीविया की मांग बाजार में काफी ज्यादा है. इसकी सूखी पत्तियों का इस्तेमाल डायबिटीज के मरीजों के लिए बेकरी उत्पाद, सॉफ्ट ड्रिंक और मिठाइयां बनाने में किया जाता है. बाजार में ये बहुत ही महंगी कीमतों पर बिकती हैं.
कब करें रोपाई
स्टीविया की खेती साल में दो बार की जा सकती है. सितंबर से अक्टूबर और फरवरी से मार्च के बीच इसकी रोपाई की जाती है. सामान्य तापमान पर इसका पौधा काफी विकास करता है. इसकी रोपाई नर्सरी विधि से की जाती है. पहले बीजों से पौधे तैयार किए जाते हैं, फिर पौधों की रोपाई खेतों में कर दी जाती है. गर्मी के महीने में स्टीविया की फसल को हर हफ्ते सिंचाई की जरूरत पड़ती है. वहीं ठंड के मौसम में यह अंतराल 10 दिनों का हो जाता है. यह फसल एक बार लगाने पर 5 साल लगातार मुनाफा दे सकती है.
जानवर फसल को नहीं करते नुकसान
औषधीय गुणों की वजह स्टीविया की फसल को जानवर खाना नहीं पसंद करते हैं. इसके अलावा इसके पौधे में कीट भी नहीं लगते हैं. हालांकि, किसान इन बातों पर ध्यान दें कि खेतों में खरपतवार ना जमा हो. इसे आप खेत के खाली स्थानों या मेड़ों पर लगा सकते हैं.
एक एकड़ में 8 से 9 लाख तक का मुनाफा
अगर आप एक एकड़ में स्टीविया के 40 हजार पौधे लगाते हैं तो 25 से 30 क्विटल सूखी पत्तियों का उत्पादन होगा. बाजार में स्टीविया का भाव 250 से 500 रुपये प्रति किलो तक है. ऐसे में किसान एक एकड़ में 8 से 10 लाख रुपये तक का मुनाफा जरूर कमा सकता है.
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