भेड़-बकरियों को ठंड से बचाने के लिए अपनाएं ये तरीके, नहीं होगा नुकसान

ठंड के महीने भेड़-बकरियों के लिए सबसे मुश्किल भरे होते हैं. इस महीने में इनता खास ख्याल रखने की जरूरत है. ऐसे में हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं, जिसको अपनाकर आप भेड़-बकरियों का ठंड से बचा सकते हैं.

Advertisement
Goat Farming Goat Farming

आजतक एग्रीकल्चर डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:03 PM IST

अगर आप भेड़-बकरी पालन करते हैं तो आपके लिए सबसे जरूरी उनका मृत्यु दर कंट्रोल करना होता है. अगर मृत्यु दर को कंट्रोल कर लिया तो मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. सबसे ज्यादा भेड़-बकरियां ठंड के महीने दिसंबर और जनवरी में ही मरती हैं. ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि दिसंबर और जनवरी के महीने में भेड़ बकरियों का खास ख्याल रखा जाए.

Advertisement

भेड-बकरियों के पालन में ज्यादा लागत की आवश्यकता नहीं है. कम पूंजी में आप बढ़िया मुनाफा हासिल कर सकते हैं. हालांकि, ठंड के महीने में उनका खास ख्याल रखने की जरूरत है. ऐसे में हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं, जिसको अपना कर आप अपनी भेड़-बकरियों का खास ख्याल रख सकते हैं.

> सर्दी के मौसम में दो महीने तक भेड़ और बकरी के बच्चों की खास देखभाल बहुत जरूरी हो जाती है. क्योंकि ठंड के मौसम में बच्चों को निमोनिया जकड़ लेता है. निमोनिया इतना खतरनाक हो जाता है कि उनकी जान चली जाती है. ठंड का मौसम शुरू होते ही भेड़-बकरियों को ठंडी हवा से बचाएं. इसके लिए भेड़-बकरियों को शेड में रखें. उन्हें तिरपाल या जूट की बोरी से चारों तरफ से ढक दें.

गाय-भैंस देंगी बाल्टी भरकर दूध, खिलाएं खुद का बनाया हुआ ये चारा
 

Advertisement

> जहां पर आपने भेड़-बकरियां रखी वहां जमीन पर सूखी घास बिछा दें. समय-समय पर घास को बदलते रहें, क्योंकि भेड़-बकरियों के यूरिन से घास गीली हो जाती है. शेड में डेली वाले चूने का छिड़काव करें. चूना गर्मी पैदा करता है. साथ ही चूना छिड़कने से शेड में कीटाणु भी मर जाते हैं. 

> रात में शेड में उच्च वोल्टेज वाला और चमकदार बल्ब लगाएं. ये बल्ब उच्च ऊर्जा सुनिश्चित करते हैं और आसपास के तापमान को बढ़ाते हैं. बल्ब को जमीन से 4 से 5 फीट की ऊंचाई पर रखें. 

> यदि बिजली के बल्ब की व्यवस्था संभव नहीं है तो शेड में गर्मी उत्पन्न करने के लिए एक भट्ठी का निर्माण करें, लेकिन ध्यान रखें कि धुआं भेड़-बकरियों को नुकसान न पहुंचाएं, क्योंकि अगर धुआं सांस से अंदर लिया जाता है तो धुआं खतरनाक हो सकता है और यह निमोनिया होने का कारण भी बन सकता है. 

गधा पालन भी किसानों की कई गुना तक बढ़ा सकता है आय, जानें कैसे
 

> स्वस्थ भेड- बकरियों से बीमार बकरियों को अलग करें. ऐसा इसलिए है क्योंकि सर्दियों में बीमारी तेजी से फैलती है और इसलिए मृत्यु दर बढ़ जाती है.

> भेड़-बकरियों को गर्म और साफ पीने का पानी प्रदान करें। सर्दियों में बकरियां ज्यादा पानी नहीं पीती हैं, इसके परिणामस्वरूप उनके शरीर में पानी का स्तर कम हो सकता है. इसलिए जहां तक संभव हो पीने के लिये गर्म पानी प्रदान करना बेहतर है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement