पान के पत्तों की खेती से यहां के किसानों ने बदली अपनी किस्मत, ऐसे दोगुना हो गया मुनाफा

नागवेली पान के पत्ते अपने औषधीय गुण के चलते लोकप्रिय हैं. इनका इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में किया जाता है. इसके व्यवसायिक महत्व भी बढ़ जाता है. ऐसे में महाराष्ट्र के सांगली के किसान पान के पत्ते की इस किस्म की खेती कर बंपर मुनाफा कमा रहे हैं.

Advertisement
Pan ke patte ki kheti Pan ke patte ki kheti

aajtak.in

  • सांगली,
  • 25 जून 2023,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST

भारत में कई किस्मों के पान के पत्तों की खेती होती है. इसमें मसाला पान, बनारसी पान, कलकत्ता पान प्रमुख हैं. इन पत्तों का उपयोग  खाने के अलावा धार्मिक आयोजनों में भी होता है. महाराष्ट्र के सांगली में पान की ऐसी ही एक किस्म की खेती कर किसान अपनी किस्मत बदल रहे हैं. यहां के किसान नागवेली पान की खेती से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. 

Advertisement

आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में भी काम आते हैं पान के पत्ते

नागवेली पान के पत्ते अपने औषधीय गुण के चलते लोकप्रिय है. इनका इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में किया जाता है. इससेनागवेली पान के पत्तों का व्यवसायिक महत्व भी बढ़ गया है. इन पत्तों का निर्यात देश के अन्य राज्यों में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. इसके चलते किसानों सालभर ठीक-ठाक आय की भी मिल जाती है.

पूरे देश में नागवेली पान के पत्तों की डिमांड

नागवेली पान के पत्तों का बाजार पूरे देश में उपलब्ध है. यहां रेट व्यापारी नहीं बल्कि किसान तय कर सकता है. इन पत्तों की डिमांड इतनी है कि इन्हें खुद व्यापारी किसानों के खेतों में पहुंचकर खरीदते हैं. हालांकि, पान की खेती करना थोड़ा मुश्किल माना जाता है. इनके पत्तों को तोड़ने के लिए किसी अनुभवी श्रमिक की जरूरत होती है. ऐसा नहीं करने पर पान के पत्तों को नुकसान पहुंच सकता है. इन सबके बावजूदन इसकी खेती किसानों को बढ़िया मुनाफा दे जाती है.

Advertisement

सहजन और मिर्च के पौधों के साथ की जाती है पान के पत्तों की खेती

सांगली में पान के पत्तों को सहजन या फिर मिर्च के पौधों के सहारे उगाया जाता है. जब तक पान के पत्ते परिपक्व और तोड़ने लायक नहीं हो जाते हैं, तब तक किसान मिर्च और सहजन के पौधों से मुनाफा कमाता है. इससे किसानों को दोगुना मुनाफा मिलता है. साथ ही किसानों को प्रतिदिन ठीक-ठाक आय भी हासिल हो जाती है.  सांगली में बड़ी संख्या में किसान पान की खेती की खेती की तरफ रूख कर अपनी किस्मत बदल रहे हैं.

( सांगली से स्वाति चिखलकर की रिपोर्ट)

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement