बिहार में सेब की खेती करके किसान ने कर दिया कमाल, इतने रुपये की कमाई

बिहार की जलवायु को सेब की खेती के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है. हालांकि, यहां के मुजफ्फरपुर के रहने वाले राजकिशोर ने सेब की सफलपूर्वक खेती करके कमाल कर दिखाया है. इससे इस सीजन में वह 2 लाख रुपये की आमदनी भी हासिल कर चुके हैं.

Advertisement
Apple farming Apple farming

मणिभूषण शर्मा

  • मुजफ्फरपुर,
  • 13 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 1:54 PM IST

बिहार का मुजफ्फरपुर लीची की खेती के लिए ज्यादा मशहूर है. सेब की खेती आमतौर पर बिहार में नहीं होती है. हालांकि, जिले के एप्पल मैन कहलाने वाले राजकिशोर ने सेब की खेती में सफलता हासिल करके सभी को चौंका दिया है. फिलहाल, वह जिले भर में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं.

इस सीजन में 2 लाख रुपये की आमदनी

राजकिशोर ने सेब के कुल ढाई सौ पौधे लगा रखे हैं. एक पौधे की कीमत सौ रुपये है. पौधे पर वह सिर्फ जैविक खाद का उपयोग कर रहे हैं. सेब के एक पेड़ पर मिनिमम 50 किलो तक सेब आते हैं. सिर्फ दो साल के सेब के प्रति पौधे पर 5KG तक फल लगा हुआ है. 250 पेड़ों से राजकिशोर को इस सीजन में 2 लाख की आमदनी हो चुकी है.

Advertisement

ऐसे आया सेब की खेती का विचार

राज किशोर सिंह कुशवाहा बताते हैं कि वह साल 2018 में राजस्थान के सीकड़ गए. यहां के किसान राम करण के यहां सेब की खेती होते देखी. इसके बाद खुद भी मुजफ्फरपुर में सेब की खेती करने का फैसला किया. इसपर रिसर्च किया. जानकारियां जुटाई. आज हिमाचल प्रदेश जाकर सेब के पौधे लाए. इस सीजन मुझे 2 लाख की आमदनी हासिल हो चुकी है.

अन्य किसान भी सेब की खेती की तरफ दिखा रहें दिलचस्पी

राजकिशोर के मुताबिक, उनके सेब के बाग को देखकर अन्य किसान भी इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं. वे मुझसे जानकारियां हासिल कर रहे हैं. यहां से सेब के पौधे लेकर जा रहे हैं. इससे उनकी कमाई तो हो रही है. साथ ही जिले में सेब की खेती का रकबा भी बढ़ रहा है. किसान मुजफ्फरपुर में  HRMN 99,अन्ना, डोरसेट गोल्डन प्रजाति के पौधे लगा सकते हैं. ये पौधे यहां कि मिट्टी के लिए काफी अनुकूल है.

Advertisement

 

 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement