12 दिन के युद्ध में ईरान को भारी नुकसान हुआ, जिसमें 600 से अधिक लोगों की मौत हुई. अमेरिका की एक एजेंसी ने 950 लोगों की मौत का दावा किया है. इस युद्ध में ईरान अकेला पड़ गया, क्योंकि 53 मुस्लिम देशों में से कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. कतर में अमेरिकी बेस पर ईरान के सांकेतिक हमले के बाद, सऊदी अरब और कतर जैसे खाड़ी देश ईरान के खिलाफ एक हो गए.