पीओके को पाकिस्तान को आजाद कश्मीर कहता है और हालात ये हैं कि ये लोग सालों से शोषण, गरीबी और बुनियादी जरूरतों के अभाव में जी रहे हैं. उन्होंने जब भी इसके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की, उन्हें दबाया गया.