चाइनीज ऐप Deep Seek AI ने अमेरिका की टेक कंपनियों की चिंता को बढ़ा दिया है. अमेरिका में तेजी के साथ बढ़ रही इस चाइनीज ऐप की पॉपुलैरिटी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. ट्रंप ने कहा है कि, जिस तरह से यह चीनी एआई ऐप तेजी के साथ पॉपुलर हो रहा है, इसे देखकर अमेरिकी टेक कंपनियों की आंखें खुल जानी चाहिए.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, उन्हें अभी भी आशा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में अमेरिकी टेक कंपनियों का प्रभाव रहेगा, लेकिन वह देख रहे हैं कि, यह चाइनीज ऐप भी चुनौती दे रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, एक चाइनीज कंपनी की ओर से बनाए गए Deep Seek AI ऐप से हमारी कंपनियों की आंखें खुल जानी चाहिए कि अब हमें ज्यादा फोकस करने की जरूरत है.
मालूम हो कि, जबसे यह Deep Seek ऐप आया है, तब से ही Meta और OpenAI जैसी कंपनियां परेशान हैं. स्टॉक मार्केट पर भी इस ऐप ने असर डाला है.
दरअसल, चीन का यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप दूसरी कंपनियों के मुकाबले काफी कम लागत में तैयार किया गया है. इस ऐप को चीन की एक छोटी कंपनी ने बनाया है जो अभी अपनी शुरुआती दौर में ही है.
ट्रंप ने इस मामले में कहा कि, अगर कोई ऐप कम लागत में तैयार होता है तो वह उसे आर्टिफिशियल इंटिलेजेंस के क्षेत्र में एक सकारात्मक विकास के रूप में देखते हैं. उन्होंने कहा कि, ज्यादा पैसा खर्च करने से अच्छा है कि कम पैसों में यह किया जाए.
चीन के इस ऐप ने अमेरिका में आते ही मचा दी धूम
बता दें कि, डीप सीक एआई भी अब उन चाइनीज ऐप्स में शामिल हो गया है जिसे अमेरिका में तेजी से पॉपुलैरिटी मिल रही है. इस ऐप को चीन के हांग्जो शहर में बनाया गया. कंपनी की ओर से तो यह ऐप जुलाई, 2023 में ही लॉन्च हो गया था लेकिन इसके एआई असिस्टेंट को बीती 10 जनवरी के बाद अमेरिका में लॉन्च किया गया है.
डीप सीक एआई ऐप आप Apple के ऐप स्टोर और इसकी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. खास बात है कि, एप्पल के ऐप स्टोर पर यह ऐप कम समय में ही काफी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है और ऐप स्टोर पर ट्रेंडिंग में बना हुआ है. इसके साथ ही यह एप्पल स्टोर पर अमेरिका में सबसे ज्यादा रेटिंग वाली फ्री ऐप भी बन गया है.
किस तरह काम करता है DeepSeek AI ऐप
डीप सीक एआई ऐप किसी भी दूसरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐप की तरह ही काम करता है. जिस तरह से चैट जीपीटी या मेटा एआई को लोग इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह से इसे भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
ऐप को बनाने वाली चीनी कंपनी का कहना है कि उन्हें इस AI मॉडल को बनाने में सिर्फ दो महीने का समय लगा है. जबकि OpenAI, Google, Microsoft ने अपने AI मॉडल को बनाने में अरबों डॉलर और सालों का समय लिया था. ऐसे में DeepSeek ने महज 60 लाख डॉलर खर्च करके इस AI मॉडल को तैयार कर दिया.
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