हज को लेकर सऊदी अरब सरकार का बड़ा फैसला, महिलाओं के लिए खुशखबरी

हज या उमराह पर जाने वाली महिलाओं के लिए राहत की खबर है. अब कोई भी महिलाएं बिना महरम ( पुरुष साथी ) के हज या उमराह करने के लिए सऊदी अरब जा सकती हैं. इससे पहले हज या उमराह करने के लिए महरम का साथ होना जरूरी होता था. भारत से हर साल लाखों मुसलमान हज और उमरा करने के लिए सऊदी अरब जाते हैं.

Advertisement
मक्का मस्जिद ( फोटोः गेटी ) मक्का मस्जिद ( फोटोः गेटी )

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

सऊदी अरब ने हज या उमराह करने वाली महिलाओं के लिए महरम की अनिवार्यता खत्म कर दी है. अब कोई भी महिला बिना महरम ( पुरुष साथी ) के हज या उमराह करने के लिए सऊदी अरब जा सकती हैं. इससे पहले हज या उमराह करने के लिए महरम का साथ होना जरूरी होता था. जिसके कारण कई महिलाएं सोच कर भी हज या उमराह पर नहीं जा पाती थीं. सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ. तौफीक बिन फौजान अल-राबिया ( Dr Tawfiq bin Fawzan Al-Rabiah) ने कहा कि अब महिलाएं बिना किसी महरम के हज या उमराह कर सकती हैं. 

Advertisement

महिलाओं का जीवन सरल बनाना मकसद  
सऊदी सरकार के पूर्व हज मंत्री इब्राहिम हुसैन ने कहा कि महिलाएं पहले से ही कई बाधाओं का सामना करती हैं. उन्हें हज या उमराह के लिए पुरुष साथी ( महरम ) ढूंढना मुश्किल होता है या अगर मिल भी जाता है तो महंगाई का बोझ बढ़ जाता है. महिलाओं को बिना मेहरम हज या उमराह करने की अनुमति देना उनके जीवन को सरल बनाना है. 

भारतीयों को भी फायदा
भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल लगभग 80 हजार भारतीय मुसलमान हज करने के लिए सऊदी अरब जाएंगे. इनमें 50 फीसदी संख्या महिलाओं की है. 2019 में सबसे ज्यादा दो लाख भारतीय मुसलमान हज के लिए मक्का गए थे.

नया नियम लागू करने की तैयारी पूरी 
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए सऊदी अरब सरकार ने पूरे देश में परिवहन के सभी साधनों और बंदरगाहों पर सुरक्षा बढ़ा दी है. इसके अलावा सरकार ने इसे पूरी तरह से लागू करने के लिए उत्पीड़न विरोधी कानून समेत एक मजबूत बुनियादी ढांचा तैयार किया है. 

Advertisement

चप्पे-चप्पे पर कैमरे से निगरानी
इब्राहिम हुसैन ने कहा कि बिना महरम के आने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए सऊदी अरब पूरी तरह से तैयार है. हवाई अड्डों, बंदरगाहों, शेख जायेद ग्रांड मस्जिद, पैगंबर मस्जिद जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर कैमरे से निगरानी की जाएगी. ताकि महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता की जा सके. 

हज करने जाने वालों की संख्या काफी 
हज का मुस्लिमों का सबसे बड़ा जमावड़ा माना जाता है. कोरोना महामारी से पहले हर साल 20 लाख से ज्यादा लोग हज करने के लिए सऊदी अरब जाते थे. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement