यूक्रेन के खिलाफ महीनों से चल रहे युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन को बड़ा झटका लगा है. रूस की प्राइवेट सेना वैगनर ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ खुली बगावत कर दी है और रूस के रोस्तोव शहर पर कब्जा जमा लिया है. इतना ही नहीं, बागी सेना मॉस्को की ओर बढ़ रही थी. लेकिन देर रात बेलारूस के राष्ट्रपति की तरफ से बयान आया कि बागी सेना मान गई है और मॉक्सो की तरफ बढ़ना रोक दिया है.
इस सबके बीच दावे किए जा रहे हैं पुतिन मॉस्को छोड़कर अपने खुफिया बंकर में छिप गए हैं. हालांकि क्रेमलिन ने इसका खंडन किया है. विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस की नागरिकता त्याग चुके व्यवसायी लियोनिद नेवज़लिन ने दावा किया है कि मॉस्को में वैगनर की बगावत के बाद पुतिन अपने सबसे करीबी दोस्तों के साथ अपनी वल्दाई हवेली में छिपे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि पुतिन वल्दाई में अपने आवास के बंकर में छिपे हुए हैं. उनके करीबी दोस्त और सहयोगी भी मॉस्को से फरार हो गए हैं. अपने सूत्रों का हवाला देते हुए नेवजलिन ने दावा किया कि पुतिन दहशत में हैं और अतिरिक्त सैनिक उनकी सुरक्षा के लिए वल्दाई पहुंचे हैं.
बता दें कि नेवजलिन रूसी सरकार और पुतिन के मुखर आलोचक हैं, जिन्होंने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के कारण 2022 में अपनी रूसी नागरिकता त्याग दी थी. नागरिकता त्यागने पर उन्होंने कहा था, "पुतिन जो कुछ भी छूते हैं, वह मर जाता है. रूसी नागरिकता अपने आप में अपमान का प्रतीक बन गई है, जिसे मैं अब और सहन नहीं करना चाहता."
क्रेमलिन में ही काम कर रहे पुतिन: प्रवक्ता
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस बात से इनकार किया कि पुतिन राजधानी छोड़कर भाग गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और राष्ट्रपति पुतिन क्रेमलिन में ही काम कर रहे हैं.
रूसी सरकार बोले- ये देश के खिलाफ विद्रोह
रूस की सरकार ने वैगनर के बगावत को देश के खिलाफ विद्रोह बताया है. पुतिन ने इसके खिलाफ सख्त एक्शन का आदेश दिया है, लेकिन इस विद्रोह को लेकर रूस में जबरदस्त हलचल मच गई है. रूस के एक और शहर वोरोनेज में भी कब्जे की जंग मची हुई है और वहां के एक बड़े तेल डीपो में जबरदस्त आग लग चुकी है. जानकारी है कि रोस्तोव में लोग शहर छोड़कर बाहर की ओर निकल रहे हैं.
पुतिन का खास था बगावत करने वाला प्रिगोझिन
बता दें कि बगावत करने वाला शख्स येवगेनी प्रिगोझिन वैगनर आर्मी का चीफ है. वह कभी पुतिन का खास रहा है और अब येवगेनी ही पुतिन के खिलाफ हो गया है.उसने कहा है कि हम मॉस्को जा रहे हैं और जो कोई भी हमारे रास्ते में आएगा उसको तबाह कर देंगे. मेरे 25 हजार लड़ाके जान देने के लिए तैयार हैं. जिन्होंने 10 हजार रूसी सैनिकों को मरवा दिया, उनको सजा दी जाएगी.
कौन है प्रिगोझिन
येवगेनी प्रिगोझिन कभी एक छोटा मोटा बदमाश हुआ करता था. चोरी के केस में उसको जेल हुई थी. येवगेनी पुतिन के गृहशहर सेंट पीटर्सबर्ग का रहने वाला है और 1979 में 18 साल की उम्र में उसकी पहली बार सजा हुई. दो साल बाद डकैती में उसे 13 साल की सजा हुई. रिहाई के बाद वो हॉटडॉग बेचने लगा. उसने रेस्टोरेंट खोला और फिर उसे क्रेमलिन में खाना सप्लाइ का कॉट्रेक्ट मिला. लोग उसे पुतिन का शेफ कहने लगे. 2014 में पता चला कि वो साधारण कारोबारी नहीं है, वो पुतिन की शह पर निजी आर्मी बना चुका था.
प्रिगोझिन ने पुतिन के कहने पर यूक्रेन में मचाई थी तबाही
अब आपको यूक्रेन की जंग में येवगेनी के बारे में बताते हैं. पुतिन ने ही यूक्रेन की जंग में 62 वर्षीय येवगेनी को उतारा था और इसके लिए येवगेनी ने जेलो में कैद कई खतरनाक मुजरिमों को भी अपनी प्राइवेट आर्मी में भर्ती किया था. येवगेनी की दखल कई जगह रहा है. उसने अफ्रीका में पुतिन के हक में दखल दिया. उस पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखल का आरोप है. उसने सीरिया में भी माहौल बिगाड़ने में भूमिका अदा की.
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