पाकिस्तान के एक हिंदू सांसद दानिश कुमार (Danish Kumar) ने अपने साथी सांसदों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बलूचिस्तान से हिंदू सांसद दानिश कुमार ने कहा है संसद में बैठे उनके साथी सांसद उन पर इस्लाम धर्म अपनाने को लेकर दबाव बना रहे हैं.
दानिश ने पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे साथी सांसद मुझ पर लगातार दबाव बना रहे हैं कि मैं इस्लाम धर्म अपना लूं लेकिन इस्लाम को लेकर मुझे उपदेश मत दो. पहले उन अपराधियों, मुनाफाखोरों को मुसलमान बनाओ फिर दानिश कुमार को मुसलमान बनाने की बात करना.
बलूचिस्तान से सांसद दानिश ने संसद में गरजते हुए कहा कि इस संसद में बैठे मेरे दोस्त और साथी सांसद मुझे कहते हैं कि दानिश कुमार कलमा पढ़ लो, मुसलमान बन जाओ. मैं उनसे कहता हूं कि पहले उन शैतानों, मुनाफाखोरों को मुसलमान बनाओ. फिर दानिश कुमार को मुसलमान बनाने की बात करना. मैं चाहता हूं कि मुझसे ये वादा किया जाए कि जब तक उन लोगों से इस्लाम का पालन नहीं करवाते, तब कर मुझ पर तब्लीग नहीं करेंगे.
क्या है मामला?
हिंदू सांसद दानिश कुमार गुरुवार को संसद में महंगाई को लेकर आक्रामक हुए. उन्होंने जमाखोरी और महंगाई को लेकर कहा कि यह निंदनीय है कि सरकार रमजान के महीने में भी खाने-पीने के सामान की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है.
कौन हैं दानिश कुमार?
दानिश कुमार 2018 में बलूचिस्तान अवामी पार्टी से अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीट पर सांसद चुने गए थे. वह बलूचिस्तान की विधानसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. वह हिंदुओं और ईसाइयों के जबरन इस्लाम धर्म कबूलवाने को लेकर लगातार संसद में मुखर रहे हैं.
बता दें कि पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लगभग एक हजार लड़कियों को मजबूरन इस्लाम धर्म स्वीकार करना पड़ता है. अधिकांश धर्म परिवर्तन सिंध प्रांत के गरीब हिंदू समुदाय से हैं.
बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है. अनुमान के मुताबिक मुस्लिम बहुल देश में 75 लाख हिंदू रहते हैं. पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग के मुताबिक पाकिस्तान की 20.7 करोड़ आबादी में मुसलमानों की संख्या लगभग 96 प्रतिशत है, जबकि हिंदू 2.1 प्रतिशत और ईसाई लगभग 1.6 प्रतिशत हैं. पाकिस्तान की अधिकांश हिंदू आबादी सिंध प्रांत में बसी हुई है.
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