पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड कसूरी भारत के खिलाफ खुलेआम उगल रहा जहर!

22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में जो हमला हुआ था उसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था. हमले के पीछे लश्कर के कमांडर सैफुल्लाह कसूरी को बताया गया. अब वो एक राजनीतिक रैली में दिखा है जिसमें भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला गया है.

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सैफुल्लाह कसूरी पहलगाम हमले के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखा है (Photo- Facebook) सैफुल्लाह कसूरी पहलगाम हमले के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखा है (Photo- Facebook)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 मई 2025,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST

लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का कमांडर और पहलगाम हमले का कथित मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी बुधवार को सार्वजनिक रूप से देखा गया है. कसूरी एक राजनीतिक रैली में पहुंचा था जहां पाकिस्तान के नेता ओर अन्य वांटेड आतंकी शामिल थे. इस रैली में भड़काऊ भाषण दिए गए और भारत के खिलाफ जमकर नारे लगाए गए.

पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के वर्षगांठ पर यौम-ए-तकबीर मनाने के लिए पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने रैली आयोजित की थी जिसमें भारत के खिलाफ जहर उगला गया. इसमें लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा और भारत की तरफ से आतंकवादी घोषित तल्हा सईद भी शामिल था.

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पहलगाम हमले को लेकर क्या बोला कसूरी?

पंजाब प्रांत के कसूर में आयोजित रैली में सैफुल्लाह कसूरी ने कहा, 'मुझ पर पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड होने का दोष दिया गया. अब मेरा नाम दुनिया भर में मशहूर हो गया है.'

माना जाता है कि पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए हमले के पीछे सैफुल्लाह कसूरी का हाथ था. पर्यटकों को निशाना बनाकर हुए हमले में आतंकियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हमले को लश्कर से जुड़े 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' ने अंजाम दिया.

भीड़ को संबोधित करते हुए कसूरी ने कहा कि वो बहावलपुर के इलाहाबाद में  “मुदस्सिर शहीद” के नाम पर एक सेंटर, सड़क और अस्पताल बनाएगा. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, मुदस्सिर अहमद पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के जवाबी 'ऑपरेशन सिंदूर' हमलों में मारे गए कई हाई-प्रोफाइल आतंकवादी गुर्गों में से एक था.

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रैली में भारत के वांटेड आतंकियों की लिस्ट में 32वें नबंर पर मौजूद तल्हा सईद ने जिहादी नारे लगाए और भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया.

पीएमएमएल को लश्कर-ए-तैयबा से भारी समर्थन मिलता है और यह प्रतिबंधित आतंकी संगठन का राजनीतिक मोर्चा माना जाता है.

पाकिस्तान के शहरों में भारत विरोधी रैलियां कर रहा है PMML

हाल के दिनों में पीएमएमएल ने भारत विरोधी बयानबाजी तेज कर दी है. यह पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों- लाहौर, कराची, इस्लामाबाद, फैसलाबाद आदि में विरोध प्रदर्शन कर हाफिज सईद की रिहाई की मांग कर रहा है.

लश्कर-ए-तैयबा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिबंधित संगठन है और दबाव के चलते पाकिस्तान ने भी इसे दिखावे के लिए ही सही लेकिन प्रतिबंधित कर रखा है. लेकिन संगठन ने पीएमएमएल जैसे राजनीतिक संगठनों का रूप लेकर अपनी राजनीतिक और वैचारिक प्रासंगिकता बनाए रखी है.

2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड, संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी हाफिज सईद को पीएमएमएल की गतिविधियों के पीछे माना जाता है.

भारत ने पाकिस्तान और पीओके के जिन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया उनमें से कई लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे. भारत के हमले में यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे वांटेड आतंकी मारे गए जो आईसी-814 विमान अपहरण और पुलवामा बम विस्फोट में शामिल थे.

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