इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के 25वें दिन इजरायली सेना ने सुरंगों को टारगेट करना शुरू कर दिया है. एक तरफ इजरायली सेना हमास पर गाजा में घुसकर हमले कर रही है तो दूसरी तरफ लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्ला पर भी ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक कर रही है. इस सबके बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दो टूक कह दिया है कि हमास के खिलाफ युद्ध में सीजफायर नहीं होगा.
पीएम नेतन्याहू ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद विदेशी मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने इजरायली सेना की 7 अक्टूबर के हमलों के जवाब में हमास के खिलाफ अब तक की कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया और दुनियाभर के देशों से इस युद्ध में साथ खड़े रहने का आह्वान किया.
नेतन्याहू ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि सीजफायर का मतलब हमास के सामने आत्मसमर्पण करना होगा. हमास ने इजरायल में घुसकर 1,400 लोगों को मार डाला और 230 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया. युद्धविराम का आह्वान इजरायल से हमास के सामने आत्मसमर्पण करने, आतंकवाद के सामने आत्मसमर्पण करने का आह्वान है. ऐसा नहीं होगा.
उधर, इजरायली सेना की तरफ से बताया गया है कि हमास द्वारा एक ऑपरेशन के बाद महिला सैनिक को कैद से रिहा कर दिया गया है. सेना ने कहा, "ओरी मेगिडिश को एक जमीनी ऑपरेशन के दौरान रिहा कर दिया गया. उसकी मेडिकल जांच की गई है और वह ठीक हो रही है.
'बर्बर लोग हमसे लड़ने को तैयार हैं'
पीएम नेतन्याहू ने कहा, "अभी तक, कई लोगों का मानना था कि 21वीं सदी की प्रगति का वादा हमें अतीत की बर्बर भयावहता से परे एक बेहतर और शानदार भविष्य की ओर बढ़ने में सक्षम बनाएगा. कई लोगों का मानना था कि हम आराम से जिंदगी बिता सकते हैं और बुराई बीत जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं. 7 अक्टूबर को हमास द्वारा की गई भयावहता हमें याद दिलाती है कि जब तक हम सभ्य दुनिया में बर्बर लोगों से लड़ने के लिए तैयार नहीं होंगे, हम बेहतर भविष्य के वादे को साकार नहीं कर पाएंगे. क्योंकि बर्बर लोग हमसे लड़ने को तैयार हैं. उनका लक्ष्य स्पष्ट है कि बेहतर भविष्य को बर्बाद कर दो और भय और अंधकार फैला दो.
उन्होंने कहा कि यह एक निर्णायक मोड़ है. ये नेताओं और राष्ट्रों के लिए एक निर्णायक मोड़ है. अब हम सभी के लिए यह निर्णय लेने का समय आ गया है कि क्या हम आशा और वादे के भविष्य के लिए लड़ने को तैयार हैं या अत्याचार और आतंक के सामने आत्मसमर्पण कर दें. अब निश्चिंत रहें, इजरायल लड़ेगा. 7 अक्टूबर से इजरायल युद्ध की स्थिति में है. इस युद्ध की शुरुआत इजरायल ने नहीं की थी. इजरायल यह युद्ध नहीं चाहता था. लेकिन इजरायल इस युद्ध में जीत हासिल करेगा.
हमास ईरान द्वारा बनाई गई धुरी का हिस्सा: नेतन्याहू
इजरायली पीएम ने कहा कि हमास ने नरसंहार के बाद से हमारे लोगों द्वारा देखी गई सबसे खराब बर्बरता को अंजाम देकर यह युद्ध शुरू किया. हमास ने बच्चों की उनके माता-पिता के सामने हत्या कर दी. उन्होंने लोगों को जिंदा जला दिया, महिलाओं के साथ बलात्कार किया. उन्होंने पुरुषों के सिर काट दिए. नरसंहार से बचे लोगों पर अत्याचार किया. बच्चों का अपहरण कर लिया. हमास ने कल्पना से भी अधिक भयानक अपराध किये. वे ईरान द्वारा बनाई गई दुष्ट धुरी का एक हिस्सा हैं. आतंक की एक धुरी जो गाजा में हमास, लेबनान में हिज्बुल्ला, यमन में हौथिस और पूरे मध्य पूर्व और उससे परे अन्य आतंकी प्रॉक्सी को हथियार देने, प्रशिक्षण और वित्तपोषण करके काम करती है.
'फिलिस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल बना रहा हमास'
उन्होंने कहा कि हमास और आतंक की ईरानी धुरी से लड़ने में इजरायल सभ्यता के दुश्मनों से ही लड़ रहा है. इन दुश्मनों पर जीत की शुरुआत नैतिक स्पष्टता से होती है. इसकी शुरुआत अच्छे और बुरे, सही और गलत के बीच अंतर जानने से होती है. इसका अर्थ है निर्दोषों की जानबूझकर की गई हत्या और हर वैध युद्ध, यहां तक कि सबसे न्यायसंगत युद्ध के साथ होने वाली अनजाने में हुई मौतों के बीच नैतिक अंतर करना. इसका मतलब है हमास को दोहरे युद्ध अपराध के लिए ज़िम्मेदार ठहराना जो वह जानबूझकर इजरायली नागरिकों को निशाना बनाकर हर दिन करता है, जबकि फिलिस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता है. इसका मतलब यह स्पष्ट करना है कि मानव ढाल का उपयोग न केवल आतंक की अनैतिक रणनीति है, बल्कि अप्रभावी भी है. क्योंकि जब तक हमास द्वारा फ़िलिस्तीनी मानव ढालों का उपयोग किया जाता है, तब तक अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसराइल को दोषी ठहराता रहेगा, हमास इसे आतंक के उपकरण के रूप में उपयोग करना जारी रखेगा, और अन्य भी ऐसा ही करेंगे.
'हम फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान के रास्ते से हटा रहे'
नेतन्याहू ने कहा कि हमास अपने विशाल आतंकी सुरंग नेटवर्क के कमांड पोस्ट के रूप में गाजा के अस्पतालों में बेसमेंट का उपयोग करना जारी रखेगा. वह मस्जिदों को गढ़वाले सैन्य ठिकानों और हथियार डिपो के रूप में इस्तेमाल करना जारी रखेगा. यह संयुक्त राष्ट्र सुविधाओं से ईंधन और मानवीय सहायता की चोरी करना जारी रखेगा. जहां इजरायल फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान के रास्ते से हटाने के लिए सब कुछ कर रहा है, वहीं हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान के रास्ते पर रखने के लिए सब कुछ कर रहा है. इजरायल फिलिस्तीनी नागरिकों से सशस्त्र संघर्ष वाले क्षेत्रों को छोड़ने का आग्रह करता है, जबकि हमास बंदूक की नोक पर उन नागरिकों को उन क्षेत्रों को छोड़ने से रोकता है.
हमास विदेशी नागरिकों को गाजा छोड़ने से भी रोक रहा है. और सबसे घृणित बात यह है कि हमास ने 33 बच्चों सहित 200 से अधिक इजरायलियों को बंधक बना रखा है. हर सभ्य राष्ट्र को इन बंधकों को तुरंत रिहा करने और बिना शर्त रिहा करने की मांग में इजराइल के साथ खड़ा होना चाहिए. मैं संघर्ष विराम के संबंध में इजरायल की स्थिति स्पष्ट करना चाहता हूं. जिस तरह संयुक्त राज्य अमेरिका पर्ल हार्बर पर बमबारी के बाद या 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा, उसी तरह इजरायल 7 अक्टूबर के भयानक हमलों के बाद हमास के साथ शत्रुता समाप्त करने के लिए सहमत नहीं होगा.
'...तो आप उनका अगला निशाना होंगे'
उन्होंने कहा कि युद्धविराम का आह्वान इसरायल से हमास के सामने आत्मसमर्पण करने, आतंकवाद के सामने आत्मसमर्पण करने, बर्बरता के सामने आत्मसमर्पण करने का आह्वान है. बाइबल कहती है कि शांति का समय और युद्ध का भी समय है. यह युद्ध का समय है - हमारे साझे भविष्य के लिए युद्ध. आज, हम सभ्यता की ताकतों और बर्बरता की ताकतों के बीच एक रेखा खींचते हैं. यह हर किसी के लिए यह तय करने का समय है कि वे कहां खड़े हैं. इजरायल जीत तक बर्बरता की ताकतों के खिलाफ खड़ा रहेगा. मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि हर जगह सभ्य राष्ट्र इस लड़ाई का समर्थन करेंगे, क्योंकि इजरायल की लड़ाई आपकी लड़ाई है. क्योंकि अगर हमास और ईरान की बुराई की धुरी जीत गई - तो आप उनका अगला निशाना होंगे. इसलिए इजरायल की जीत आपकी जीत होगी. लेकिन कोई गलती न करें. इस बात की परवाह किए बिना कि इजरायल के साथ कौन खड़ा है, इजरायल तब तक लड़ता रहेगा जब तक यह लड़ाई जीती नहीं जाती.
aajtak.in