बगदाद में US दूतावास पर हमले की कोशिश, ग्रीन जोन में दो रॉकेट दागे

इराक की राजधानी बगदाद के हाई सिक्योरिटी जोन वाले इलाके में बृहस्पतिवार की सुबह दो रॉकेट दागे गए. इराक के एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि ऐसा लगता है कि इस हमले का निशाना अमेरिकी दूतावास था, जो उस जगह से कुछ ही दूरी पर है जहां ये रॉकेट आकर गिरे.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 26 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 3:15 PM IST

  • अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से हमला
  • ये 26वां मौका है जब ऐसा हमला हुआ

इराक की राजधानी बगदाद के हाई सिक्योरिटी जोन वाले इलाके में गुरुवार की सुबह दो रॉकेट दागे गए. यह इलाका 'ग्रीन जोन' कहलाता है और यहां पर दूसरे देशों के दूतावास और सरकारी इमारतें हैं. इराकी सेना ने इस हमले की जानकारी दी. इराक के एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि ऐसा लगता है कि इस हमले का निशाना अमेरिकी दूतावास था, जो उस जगह से कुछ ही दूरी पर है जहां ये रॉकेट आकर गिरे.

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इराक में विदेशी सैनिकों या राजनयिकों के ठिकानों को निशाना बनाकर पिछले साल अक्टूबर से हो रहे हमलों की कड़ी में यह 26वां हमला था. फिलहाल हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. इस हमले के पीछे किसकी साजिश है इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है. लेकिन आतंकी ग्रुप मोर्टार और रॉकेट से इस ग्रीन जोन को अक्सर निशाना बनाते हैं. यह क्षेत्र करीब 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में टाइग्रिस नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है.

बता दें कि पिछले साल अक्‍टूबर से अब तक इराक में स्थित विदेशी सेना, विदेशी सेना के ठिकानों और दूतावासों को निशाना बनाते हुए कई हमले हो चुके हैं. बगदाद टुडे न्यूज आउटलेट की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीन जोन में रॉकेट गिराए गए, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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अमेरिका ने ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी को एयर स्ट्राइक कर मार गिराया था. इसके बाद से ही दोनों देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है. सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के मकसद से अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरानी सेना द्वारा कई बार हमला किया जा चुका है जहां दुनिया एक तरफ कोरोना वायरस के खतरे से जंग लड़ी है वहीं इस घटना ने तनाव की स्थिति पैदा कर दी.

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