भारतीय मूल के दंपति ने न्यूजीलैंड सरकार से की ₹17 करोड़ की धोखाधड़ी, जानें पूरा मामला

न्यूजीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 16 मई को अमनदीप शर्मा ने कोर्ट में दोष स्वीकार कर लिया है और अब उन्हें जून में सजा सुनाई जाएगी. इससे पहले इसी महीने उनकी पत्नी नेहा शर्मा को धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और जाली दस्तावेजों के उपयोग जैसे कई आरोपों में दोषी ठहराया गया था और उन्हें तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई है.

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अमनदीप शर्मा और नेहा शर्मा (Image credits: X) अमनदीप शर्मा और नेहा शर्मा (Image credits: X)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक भारतीय मूल के दंपति को सरकारी कंपनी से 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 17 करोड़ रुपये) से अधिक की धोखाधड़ी करने का दोषी पाया गया है. न्यूजीलैंड हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 16 मई को अमनदीप शर्मा ने कोर्ट में दोष स्वीकार कर लिया है और अब उन्हें जून में सजा सुनाई जाएगी. 

इससे पहले इसी महीने उनकी पत्नी नेहा शर्मा को धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और जाली दस्तावेजों के उपयोग जैसे कई आरोपों में दोषी ठहराया गया था और उन्हें तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई है.

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कैसे हुआ करोड़ों का घोटाला

सरकारी कंपनी Oranga Tamariki ने जुलाई 2021 से अक्टूबर 2022 के बीच अमनदीप की निर्माण कंपनी Divine Connection को 326 बिलों के आधार पर कुल 103 भुगतान किए. इन भुगतानों की कुल राशि करीब 2.15 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी.

नेहा शर्मा ने 2021 में Oranga Tamariki में प्रॉपर्टी मैनेजर की नौकरी जाली अनुभव प्रमाणपत्रों के आधार पर पाई थी. उन्होंने इस दौरान अपने पति की कंपनी को सरकारी टेंडर दिलवाए और खुद ही 91 कार्य आदेश जारी किए. अन्य आदेश उनके मित्र या सहकर्मियों द्वारा बनाए गए थे जिन्हें उनके पति से संबंधों की जानकारी नहीं थी.

एक समय तक किसी को पता नहीं चला कि नेहा और अमनदीप पति-पत्नी हैं. वहीं, कंपनी का पता भी नेहा के आवासीय पते से मेल खाता था. जब कंपनी को संदेह हुआ और आंतरिक जांच शुरू की गई, तो नेहा ने नौकरी छोड़ दी और जल्द ही अमनदीप को कंपनी के निदेशक पद से हटाकर पता भी बदल दिया गया.

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फरार होने की कोशिश

जांच एजेंसी Serious Fraud Office (SFO) द्वारा छापेमारी के समय दंपति के पास तीन प्रॉपर्टी, तीन कारें और लगभग 8 लाख अमेरिकी डॉलर नकद उनके बैंक खातों में पाए गए. कुछ ही दिनों बाद दंपति ने सिंगापुर एयरलाइंस से चेन्नई (भारत) के लिए बिजनेस क्लास में एकतरफा टिकट बुक किए और 80 किलोग्राम सामान के साथ 14 अप्रैल को न्यूजीलैंड छोड़ दिया. उनके भारत रवाना होने से पहले उन्होंने अपनी संपत्तियाँ बेचने, कारें निपटाने और लगभग 8 लाख डॉलर भारतीय बैंक खातों में ट्रांसफर करने की कोशिश की.

जांच में सामने आया कि यह पैसा अमनदीप के बैंक ऑफ इंडिया खाते से भारत के सात अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया था.

संपत्तियों पर रोक और जांच में सहयोग

क्राइस्टचर्च हाई कोर्ट ने दंपति की संपत्तियों और बिक्री की आय पर रोक लगाने के आदेश भी दिए हैं. SFO की निदेशक करेन चांग ने पुलिस और भारतीय अधिकारियों का सहयोग के लिए आभार जताया है, जिनकी मदद से आरोपी की संपत्तियाँ जब्त की जा सकीं.

नेहा की सफाई और मौजूदा स्थिति

नेहा के वकील ने कोर्ट में दावा किया कि उन्होंने "बेबी ब्रेन" की स्थिति में यह अपराध किया, लेकिन सरकार की ओर से कहा गया कि उन्होंने ना तो कोई पछतावा दिखाया और ना ही मुआवज़ा लौटाने की पेशकश की. फिलहाल नेहा जेल में अपने नवजात बच्चे के साथ बंद हैं, जबकि दंपति का बड़ा बच्चा भारत में अमनदीप की बहन के पास है.

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