पाकिस्तान को आतंकिस्तान के मुद्दे पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक्सपोज करने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को डेनमार्क पहुंचा. यहां कार्यक्रम स्थल पर पाकिस्तान नागरिकों और समर्थकों ने भारत विरोधी नारे लगाए और कुछ लोगों ने पाकिस्तान के झंडे लहराए.
पाकिस्तान समर्थकों को जवाब देते हुए बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं हैरान हूं कि यहां पाकिस्तानियों ने नारेबाजी की. यह पाकिस्तान के बौखलाहट को दर्शाती है. पाकिस्तान एक हताश देश है जिसे अब पूरी दुनिया में कोई गंभीरता से नहीं लेता है.
शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि पाकिस्तान आईएमएफ से मिले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद और प्रदर्शन के लिए करता है. मैं जब कार्यक्रम स्थल की ओर पहुंच रही थी तो पाकिस्तानी झंडे दिखे. लेकिन जब मैं बाहर गई तो पता चला कि वह लोग भाग गए.
भारत के राजदूत मनीष प्रभात ने क्या कहा?
भारत के राजदूत मनीष प्रभात ने कहा कि भारतीय समुदाय शांतिप्रिय है. यहां लगभग 21,000 भारतीय रहते हैं. बाहर जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वो पैसे लेकर आए हैं.
पाकिस्तान की नापाक हरकत
एक समय जहां भारत ऑपरेशन सिंदूर के तहत अपना पक्ष लेकर डेनमार्क पहुंचा. तो पाकिस्तान ने अपनी छवि सुधारने के लिए '75 साल की पाकिस्तान-डेनमार्क दोस्ती' एक सूफी-सांस्कृतिक शाम का आयोजन किया. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं.
राजनीयिक बैठक
भारतीय दल ने डेनमार्क में डेनिश संसद के विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष क्रिश्चियन फ्रिस बाख और सदस्य त्रिने पर्टो माक से मुलाकात की.
रविवशंकर प्रसाद ने बताया कि इस दौरान डेनिश संसद को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बारे में और फिर भारत की ओर से की गई कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. उन्होंने आतंकवाद की स्पष्ट निंदा की और भारत के रुख का समर्थन किया.
डेनमार्क के प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन था शामिल?
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