'सैनिकों की जगह...', मालदीव से सैनिकों की वापसी को लेकर भारत ने दिया बड़ा बयान

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपने देश से भारतीय सैनिकों की वापसी पर अड़े हुए हैं. इसे लेकर दोनों देशों के बीच दो बार उच्च स्तर की वार्ता हो चुकी है और आगे भी इस तरह की बैठकें होनी हैं. इसी बीच सैनिकों की वापसी को लेकर भारत ने बड़ा बयान दिया है.

Advertisement
पिछले साल UAE में राष्ट्रपति मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे (Photo- X/@MEAIndia) पिछले साल UAE में राष्ट्रपति मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे (Photo- X/@MEAIndia)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

भारत ने गुरुवार को कहा कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद वहां के एविएशन प्लेटफॉर्म्स पर टेक्निकल एक्सपर्ट्स की नियुक्ति की जाएगी. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से आग्रह किया है कि द्वीप देश में मौजूद अपने सैनिकों को भारत 10 मई तक वापस बुला ले. अब भारत अपने सैनिकों के बदले में वहां टेक्निकल एक्सपर्ट्स को नियुक्त करने जा रहा है.

Advertisement

मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच 2 फरवरी को एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें यह तय हुआ है. इस संबंध में तीसरी बैठक इस महीने में ही होनी है.

टेक्निकल एक्सपर्ट्स की तैनाती को लेकर साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमें जो कहना था, प्रेस रिलीज में बता दिया गया है. दोनों पक्षों के बीच दूसरी उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है. हमने यह भी कहा कि तीसरी कोर ग्रुप की बैठक बाद में होगी.'

उन्होंने आगे कहा, 'मैं कहना चाहूंगा कि मौजूदा सैनिकों की जगह सक्षम भारतीय टेक्निकल एक्सपर्ट्स को लगाया जाएगा.'

दूसरी बैठक को लेकर मालदीव ने क्या कहा?

दूसरी बैठक के बाद मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत 10 मार्च तक मालदीव के तीन एविएशन प्लेटफार्म्स में से एक से अपने सैनिकों को हटा लेगा और 10 मई तक सभी सैनिकों की वापसी हो जाएगी.

Advertisement

बयान में कहा गया, 'दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि भारत सरकार तीन में से एक एविएशन प्लेटफॉर्म से अपने सैनिकों को 10 मार्च तक बुला लेगी और बाकी बचे दो प्लेटफॉर्म्स के सैनिक 10 मई तक रिप्लेस किए जाएंगे.'

मंत्रालय के बयान में खासतौर पर यह कहा गया कि भारत और मालदीव दोनों मालदीव के लोगों को मानवीय और आपात मेडिकल सेवाएं देने करने वाले भारतीय एविएशन प्लेटफार्म्स के निरंतर संचालन को बनाए रखने पर सहमत हुए हैं.

इससे पहले, मालदीव के स्थानीय मीडिया ने खबर दी थी कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत सरकार से 15 मार्च से पहले द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है.

मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस भेजना चीन समर्थक राष्ट्रपति मुइज्जू का प्रमुख चुनावी एजेंडा था. वो 'इंडिया आउट' के नारे पर सत्ता में आए और नवंबर में कार्यकाल संभालने के दूसरे दिन ही उन्होंने भारत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कह दिया था. मालदीव में फिलहाल करीब 77 भारतीय सैनिक तैनात हैं जो डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों का संचालन करते हैं.

तनाव के बावजूद बजट में मालदीव के लिए बड़ा फंड

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से अंतरिम बजट 2024-25 में मालदीव को आवंटित बजट पर भी सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा कि मालदीव के लिए 779 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि पहले अनुमान लगाया गया था कि मालदीव को 600 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे.

Advertisement

उन्होंने कहा कि भारत मालदीव के लिए 'प्रतिबद्ध भागीदार' बना हुआ है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement