हमास और इजरायल में जारी जंग के बीच इस देश का बड़ा फैसला, कहा- देश छोड़ें इजरायली राजदूत

हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायली सेना गाजा में लगातार बमबारी कर रही है. गाजा पर इजरायल के इस हमले को कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्ताव पेट्रो ने यहूदियों पर नाजी द्वारा किए गए अत्याचार से तुलना की थी. जिसके बाद इजरायली राजदूत और कोलंबिया के राष्ट्रपति के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी.

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कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (फाइल फोटो-रॉयटर्स) कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (फाइल फोटो-रॉयटर्स)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 5:27 PM IST

हमास और इजरायल के बीच जारी जंग का असर मध्य पूर्व के साथ-साथ दक्षिण अमेरिकी देशों में भी देखने को मिल रहा है. हमास-इजरायल जंग को लेकर कोलंबिया के राष्ट्रपति और इजरायली राजदूत के बीच सोशल मीडिया पर छिड़ी जुबानी जंग के बाद कोलंबिया सरकार ने इजरायली दूत को माफी मांगकर देश छोड़ने के लिए कहा है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, कोलंबिया के विदेश मंत्री अल्वारों लेवा ने कहा, "राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो और इजरायल के राजदूत गैली डेगन के बीच हमास को लेकर हुई जुबानी जंग के बाद डेगन को मांफी मांगनी चाहिए और कोलंबिया से चले जाना चाहिए."

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कोलंबिया के विदेश मंत्री का यह बयान फिलिस्तीन संगठन हमास और इजरायल की जारी जंग के बीच आया है. गाजा पर इजरायल के इस हमले की तुलना कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्ताव पेट्रो ने यहूदियों पर नाजियों द्वारा किए गए उत्पीड़न से की थी. जिसके बाद इजरायली राजदूत और कोलंबिया के राष्ट्रपति के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. 

माफी मांगो और चले जाओ- कोलंबिया 

कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने एक्स पर लिखते हुए इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट पर गाजा के लोगों के साथ उसी तरह का व्यवहार करने का आरोप लगाया, जो नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था. पेट्रो ने आगे लिखा था कि लोकतांत्रिक समाज नाजीवाद को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर से स्थापित करने की अनुमति नहीं दे सकता. इस तरह की नफरत समाज को खत्म कर देगी.  

कोलंबियाई राष्ट्रपति की ओर से यह टिप्पणी तब की गई थी, जब इजरायली राजदूत ने पेट्रो से इजरायल में हमास द्वारा किए गए हमले की निंदा करने की अपील की थी. पेट्रो ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि निर्दोष बच्चों को मारना आतंकवाद है. चाहे वह मौत कोलंबिया में हो या फिलिस्तीन में. 

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इसके बाद इजरायली राजदूत ने पेट्रो को यरूशलम में होलोकॉस्ट मेमोरियल और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों द्वारा बनाए गए डेथ कैंप का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया. जिसपर पेट्रो ने लिखा कि यही चीज उन्होंने गाजा में भी देखी है. कोई भी देश इस बात को स्वीकार करेगा कि गाजा को एक शिविर में बदल दिया गया है. 

इजरायल की प्रतिक्रिया

कोलंबिया के राष्ट्रपति की ओर से की गई इन टिप्पणियों के बाद इजरायल ने कोलंबिया के राजदूत मार्गरीटा मंजरेज को तलब किया. इस दौरान इजरायल ने पेट्रो को बयान को शत्रुतापूर्ण और यहूदी विरोधी बयान बताते हुए अपना विरोध जताया. इसके अलावा इजरायल ने आरोप लगाया कि कोलंबिया के राष्ट्रपति द्वारा हमास का समर्थन, यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने और कोलंबिया में रह रहे यहूदी समुदाय के जीवन को खतरे में डालना है.

इजरायल की इस प्रतिक्रिया के बाद पेट्रो ने कहा, कोलंबिया नरसंहार का समर्थन नहीं करता है. अगर मुझे ऐसा करना पड़ा तो कोलंबिया, इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों को निलंबित कर देगा. 

कोलंबिया को हथियार निर्यात करने वाले देशों की लिस्ट में इजरायल प्रमुख देश है. दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद बढ़ने के बाद इजरायल सरकार ने कोलंबिया को हथियार निर्यात पर रोक लगा दी है.

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