पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर मुदस्सर नजर ने कहा है कि भारत में आईपीएल से आई अमीरी के बावजूद पाकिस्तान एशियन क्रिकेट में बादशाह बन सकता है. भारत-पाकिस्तान टी-20 विश्व कप मैच से पहले उन्होंने ये भी कहा कि भारत आईपीएल की वजह से क्रिकेट की दुनिया में एक अलग स्तर पर पहुंच चुका है लेकिन इसके बावजूद उन्हें यकीन है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम भारतीय टीम की बादशाहत को खत्म करने का माद्दा रखती है.
'IPL की वजह से भारत में क्रिकेट फल-फूल रहा है'
एएफपी के साथ बातचीत में नजर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान बदला है. दरअसल भारत बदल चुका है. आईपीएल के आने के बाद से भारत ने क्रिकेट में पैसे का शानदार इस्तेमाल किया है. आप भारत की घरेलू प्रतियोगिताएं देखें, उनकी सभी एसोसिएशन देखें, वे बेहतरीन तरीके से क्रिकेट को ऑर्गेनाइज करा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत में ज्यादातर खिलाड़ियों के पास अपने खुद के स्टेडियम, अपनी खुद की एकेडमी हो गई है. स्कूल क्रिकेट, कॉलेज क्रिकेट, स्टेट क्रिकेट बेहतरीन हो रहा है. इसमें कोई शक नहीं कि भारत में क्रिकेट फल-फूल रहा है. लेकिन जो दो टीमें हैं, जो लगातार क्रिकेट में अच्छा कर रही हैं, वे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड हैं. भारत भी बहुत आगे जा चुका है और मेरे हिसाब से वो दुनिया की टॉप तीन टीमों में है.
गौरतलब है कि साल 2007 में पहला टी-20 विश्व कप खेला गया था. इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया था. इसके अगले साल यानी 2008 में आईपीएल शुरू हो गया था और कहीं ना कहीं आईपीएल को दुनिया में क्रिकेट कल्चर बदलने वाली लीग के तौर पर भी देखा जाता रहा है. साल 2019 में डफ एंड फेल्प्स फाइनेंशियल कंसल्टेंसी ने आईपीएल लीग की ब्रैंड वैल्यू 6.7 बिलियन डॉलर्स आंकी थीं और आईपीएल को दुनिया की सबसे महंगी टी-20 लीग भी माना जाता है.
'रमीज राजा और पीएसएल लगाएंगे बेड़ा पार'
हालांकि नजर को उम्मीद है कि पीएसएल (पाकिस्तान सुपर लीग) जो पाकिस्तान का सबसे प्रीमियर टी20 टूर्नामेंट है, इस टूर्नामेंट के सहारे और पाकिस्तान के नए मैनेजमेंट के सहारे पाकिस्तानी टीम एक बार फिर क्रिकेट की दुनिया में एक मजबूत टीम बनकर उभरेगी. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि क्रिकेट में दबदबा दशक के हिसाब से बदलता भी रहता है. किसी एक दशक में एक टीम दूसरी टीमों से कहीं ज्यादा बेहतर होती है और फिर कुछ समय बाद किसी दूसरी टीम का दबदबा कायम हो जाता है.
उन्होंने कहा कि पीएसएल के साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट में चीजें बेहतर हो रही हैं लेकिन अब भी समय लगेगा. भारत को भी शीर्ष तक पहुंचने में समय लगा था. उन्होंने ये भी कहा कि पीसीबी चीफ रमीज राजा भी पाकिस्तान के फ्यूचर क्रिकेट के लिए एक अहम साबित हो सकते हैं. पाकिस्तान में क्लब क्रिकेट नहीं है और स्टेट क्रिकेट के हालात भी अच्छे नहीं है. लेकिन नए मैनेजमेंट के आने से चीजें बेहतर होंगी और अगले कुछ सालों में हम उतने ही मजबूत होकर उभरेंगे जितना हम 90 के दौर में हुआ करते थे.
'कोई एक खिलाड़ी चल जाए तो चीजें पलट जाएंगी'
पाकिस्तान का 1990 के दौर में क्रिकेट की दुनिया में दबदबा था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 में विश्व कप भी जीता था लेकिन वसीम अकरम, शोएब अख्तर, वकार युनूस जैसे गेंदबाजों के रिटायर होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट में अपना खास दबदबा नहीं बना पाया है. वहीं, सौरव गांगुली के बाद एम एस धोनी और विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को शिखर पर पहुंचा दिया है. नजर ने कहा, मेरे करियर के आखिरी पड़ाव में हमने भारत के खिलाफ ज्यादातर मैच जीते. अगर कोई एक खिलाड़ी जबरदस्त प्रदर्शन कर दे तो चीजें तेजी से बदल सकती है. कोई शानदार शतक लगा दे या कोई गेंदबाज एक बेहतरीन स्पेल फेंक दे, अगर ऐसा होता है तो मैच में चीजें बदलने में देर नहीं लगेगी.
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