बांग्लादेश में हिंसा और अशांति के बीच आज पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए. सूत्रों के मुताबिक, पेट्रापोल-बेनापोल सीमा पर बांग्लादेश की तरफ सैंकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए और भारत विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. काफी देर तक ये नारेबाजी चलती रही. बाद में बांग्लादेश पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा.
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार देश को संभालने में पूरी तरह नाकाम रही है. यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार में बांग्लादेश एक बार फिर हिंसा की चपेट में है जहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है.
बांग्लादेश से भारत आ रहे बांग्लादेशी लोगों का कहना है कि बहुत से बांग्लादेशी देश के हालात से खुश नहीं है. अशांति के दौरान भी वो लोग भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं. अलग-अलग जरूरतों के लिए बांग्लादेश से भारत आने वाले पैसेंजर कह रहे हैं कि वो भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं. उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश में बहुत जल्द शांति लौट आएगी.
हालांकि, बांग्लादेश से भारत आने वाले कई लोगों का कहना है कि बांग्लादेश में हर जगह अशांति का माहौल नहीं है. ज्यादातर मामलों में, यह देखा गया है कि अशांति की ऐसी घटनाएं ढाका में ज्यादा हो रही हैं.
बांग्लादेश में हालिया हिंसा भारत विरोधी छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद फैली है. बीते हफ्ते 12 दिसंबर को हादी को गोली मार दी गई थी. बेहतर इलाज के लिए उसे सिंगापुर ले जाया गया जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई. हादी के समर्थकों ने उसकी मौत के बाद ढाका सहित बांग्लादेश के कई शहरों में भारी उत्पात मचाया है.
गुरुवार रात को मीडिया हाउसों, सांस्कृतिक केंद्रों को आग के हवाले कर दिया गया. बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास में भी आग लगा दी गई. हिंसा में अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया. दंगाइयों ने एक हिंदू युवक को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला.
अनुपम मिश्रा