तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष का आरोप है कि कोलकाता के काली मंदिर में भक्तों से जबरन वसूली की जा रही है और उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है. कुणाल घोष ने स्थानीय लोगों से जबरन वसूली के आरोपों का पता लगाने के लिए उत्तरी कोलकाता के हरिनाथ डे रोड स्थित काली मंदिर का दौरा किया.
स्थानीय लोगों द्वारा कई आरोप लगाए जाने के बाद, कुणाल घोष ने मंदिर का दौरा किया और उन्होंने देवी काली के नाम पर भक्तों से कथित तौर पर मोटा पैसा लेने के लिए मंदिर अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई. स्थानीय लोगों का एक बड़ा वर्ग भी कुणाल घोष के साथ शामिल हो गया और मंदिर अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
मंदिर प्राधिकारी और स्थानीय लोगों के बीच हुई नोकझोंक
आरोपों को लेकर मंदिर प्राधिकारी और स्थानीय लोगों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. सूचना मिलने पर एमहर्स्ट स्ट्रीट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला. बाद में स्थिति पर काबू पा लिया गया. कुणाल घोष ने कहा कि पूछताछ के दौरान पुजारी पुलिस को कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके.
'देवी को लेकर फैला रहे अफवाहें'
कुणाल घोष ने कहा, 'श्यामा सुंदरी मंदिर सोशल मीडिया पर एक सेंसेशन बन गया है. हम खुद हिंदू हैं और मां काली के भक्त हैं इसलिए मंदिर पर कोई टिप्पणी नहीं है. लेकिन हाल ही में इस क्षेत्र से मंदिर के नाम पर भक्तों से हजारों की धनराशि हड़पने की कई शिकायतें मिली हैं. महिलाओं से देवी के नाम पर अपने सोने के आभूषण देने के लिए भी कहा जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'ऐसी भी अफवाहें हैं कि देवी रात में इस इलाके में घूमती हैं. हमने दक्षिणेश्वर या कालीघाट के बारे में ऐसा कभी नहीं सुना. इस तरह की अफवाहों ने बहुत सारे भक्तों को आकर्षित किया है जिससे पूरी तरह अराजकता फैल गई है.'
'लोगों को गुमराह किया जा रहा'
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, 'एक और गंभीर शिकायत यह है कि मंदिर के पुजारी बार-बार बड़े नामों को ला रहे हैं. वे मशहूर हस्तियों को ला रहे हैं और यूट्यूब पर वीडियो जारी कर रहे हैं. लोगों को बातों से गुमराह किया जा रहा है. देवी के नाम पर धोखेबाजों के बारे में हमने पुलिस प्रशासन से सामान्य स्थिति बहाल करने का अनुरोध किया है.'
राजेश साहा