नागा साधुओं के बारे में कम लोग जानते हैं. वे शास्त्र और शस्त्र दोनों में निपुण हैं. गुरु आदिशंकराचार्य ने इन्हें धर्म की रक्षा के लिए नियुक्त किया था. नागा साधु बनने की प्रक्रिया कठिन है, जिसमें स्वयं का अंतिम संस्कार भी शामिल है. वे निर्वस्त्र रहते हैं और मौसम का उन पर कोई प्रभाव नहीं होता. भारत में 4 लाख से अधिक नागा साधु हैं. वे त्याग, तपस्या और मजबूत इच्छाशक्ति के प्रतीक हैं. कुंभ मेला उनकी कर्मभूमि है.