2024 के लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों पर चर्चा हुई. किसान, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर बीजेपी की नीतियों की आलोचना की गई. चुनाव खर्च और जमीनी स्तर पर काम करने की महत्वता पर जोर दिया गया. पीडीए गठबंधन और सांप्रदायिक राजनीति के बीच संबंध पर भी बात हुई.