भीषण गर्मी में उत्तर प्रदेश के लोगों को झटका लग सकता है. क्योंकि बिजली की दरों में एक साथ 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है. पावर कॉर्पोरेशन ने सोमवार को विद्युत नियामक आयोग में संशोधित वार्षिक राजस्व आवश्यकता (ARR) प्रस्ताव दाखिल किया है. जिसके मुताबिक वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 19600 करोड़ रुपये के घाटे का हवाला देते हुए दरों में लगभग 30 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है.
उपभोक्ता संगठन के अध्यक्ष ने दी चेतावनी
पावर कॉर्पोरेशन ने आयोग से अपील की है कि मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जाए. वहीं दूसरी ओर, प्रस्तावित दर वृद्धि का विरोध भी शुरू हो गया है. ऊर्जा और उपभोक्ता संगठनों ने इस कदम को निजी घरानों को लाभ पहुंचाने वाला बताया है और सरकार पर सवाल उठाए हैं.
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उपभोक्ता संगठन के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया और चेतावनी दी है कि यदि दरें बढ़ाई गईं तो सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, इस खबर से जनता की भी टेंशन बढ़ गई है. अधिकतर लोगों ने इस प्रस्ताव को गलत बताया है.
यूपी में 54.24 लाख लोगों ने अभी तक नहीं भरा है एक बार भी बिल
विभाग की तरफ से बिजली बिल भुगतान न करने को लेकर भी एक जानकारी साझा की गई है. जिसके अनुसार राज्य में 54.24 लाख उपभोक्ताओं ने अभी तक एक बार भी बिल नहीं भरा है. ऐसे में बिजली बिल वसूली का 36353 करोड़ बकाया है. वहीं 78.65 लाख उपभोक्ताओं ने 6 माह से बिजली बिल नहीं भरा है. जबकि 6 माह से बिजली बिल न देने से 36,117 करोड़ रुपये बकाया है.
आशीष श्रीवास्तव