'मुस्लिम भाई भी नदी की पूजा, सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करें तो गलत क्या है', गोरखपुर में बोले RSS नेता दत्तात्रेय होसबाले

आरएसएस नेता दत्तात्रेय होसबाले ने गोरखपुर में कहा कि विश्वभर में भारतीय संस्कृति और प्रतिभा का सम्मान बढ़ रहा है. उन्होंने सऊदी अरब, रूस और अमेरिका में बनते मंदिरों व योग-संस्कृत के प्रसार का उदाहरण दिया. होसबाले ने आह्वान किया कि भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए हिंदुओं को एकजुट रहना होगा.

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 गोरखपुर में RSS नेता दत्तात्रेय होसबाले ने दिया बयान (Photo: PTI) गोरखपुर में RSS नेता दत्तात्रेय होसबाले ने दिया बयान (Photo: PTI)

गजेंद्र त्रिपाठी

  • गोरखपुर ,
  • 18 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST

यूपी के गोरखपुर पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जब हम हिंदू धर्म कहते हैं, तो यह मानव धर्म है. दुनिया के किसी भी देश के लोग यहां अपने-अपने पंथ का पालन कर सकते हैं. नमाज पढ़ने वाले हमारे मुस्लिम बंधु भी पर्यावरण की दृष्टि से नदी की पूजा करें, तो क्या बिगड़ता है. वो कोई सूर्य नमस्कार करें, तो क्या हम कोई विरोध करने वाले हैं क्या? वो प्राणायाम करेंगे, तो कोई गलत है क्या? नहीं है. 

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होसबाले ने आगे कहा कि हम ये नहीं कहते कि तुम ये करो, तो वो पूजा छोड़ दो... वो नमाज छोड़ दो. हम ये कह रहे हैं कि ये मानव धर्म है. ये हिंदू धर्म है. ऐसा हिंदू धर्म जिसके लिए हमारे पूर्वज हजारों वर्ष संघर्ष करते हुए सभी प्रकार के आक्रांताओं के सामने भी टिके रहे. 

आपको बता दें कि RSS नेता दत्तात्रेय होसबाले गोरखपुर के खोराबार के मालवीयनगर श्रीराम बस्ती खेल मैदान में बीते बुधवार को हिंदू सम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमारे लोगों के बुद्धिमत्ता, प्रतिभा, परिश्रम का स्वागत हो रहा है. हमारे देश की संस्कृति के बारे में जानने के लिए लोग उत्सुक हैं. सऊदी अरब में स्वामी नारायण मंदिर के लिए जगह देकर वहां मंदिर बनाया. रूस में चर्च को मंदिर में परिवर्तन करने के लिए वहां के लोगों ने अनुमति दी. अमेरिका में जहां-जहां हिंदू हैं वहां मंदिर बनते जा रहे हैं. वहां के लोग सूर्य नमस्कार और प्राणायाम कर रहे हैं. संस्कृत सीख रहे हैं. जर्मनी में विश्वविद्यालयों में संस्कृत सिखाते हैं. आयुर्वेद का अध्यापन हो रहा है. भारत को दुनिया का विश्वगुरु बनना है. हिंदू धर्म, हिंदुत्व और हिंदू संस्कृति की श्रेष्ठ बातों को आम जीवन में उतारने के लिए अपने जीवन को उस दृष्टि से आगे बढ़ाना चाहिए. यदि हम हिंदूभाव को भूल गए, तो कई प्रकार के संकट हमें आते हैं.

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आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने आगे कहा कि अपने समाज में हिंदुओं की संख्या बनी रहनी चाहिए. दूसरे मजहब में परिवर्तन के लिए मजबूर होना या ऐसे किसी षड्यंत्र के शिकार न बनना. धर्म परिवर्तन के नाम पर देश के अंदर कई जगह कुचक्र हो रहे हैं. हमें इन चीजों से सावधान रहना पड़ेगा.

दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि धर्म का नियम सबके लिए लागू होता है. आप अपने अपने पंथ पर हैं. आप शैव, वैष्णव, जैन, बौद्ध, द्वैत्य-अद्वैत्य हैं. वो अपनी गाड़ी है. आज शैव है. कल वैश्य बन सकते हैं. आज मैं सनातनी हूं, कल सिख बन सकता हूं. मैं गाड़ी बदलता हूं, लेकिन धर्म नहीं बदल सकता. धर्म के नियम को पालन करना चाहिए. ये अपने पूर्वजों ने बताया कि धर्म क्या है. इसीलिए जब हम हिंदू धर्म कहते हैं, तो यह मानव धर्म है. 

उन्होंने एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि आपसी कलह का लाभ दूसरे उठाते हैं. होसबाले ने हिंदू समाज को विश्व का गुरु और रक्षक बनाने का आह्वान किया. उनके अनुसार, इतिहास गवाह है कि भारत ने कभी दुनिया का शोषण नहीं किया, बल्कि मानवता की सेवा की है.

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